नई दिल्ली: सरकार ने इंश्योरेंस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा को बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है. इस कदम का उद्देश्य विदेशी कंपनियों को निवेश के लिए आकर्षित करना है.
एफडीआई की सीमा बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने का किया प्रस्ताव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पहली बार कागज रहित बजट पेश करते कहा कि सभी वित्तीय उत्पादों के लिए निवेशक चार्टर पेश किया जाएगा. यह सभी वित्तीय निवेशकों का अधिकार होगा. उन्होंने बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने और रक्षोपाय के साथ विदेशी भागीदारी और नियंत्रण की अनुमति के लिए बीमा अधिनियम-1938 में संशोधन का प्रस्ताव किया.
कम से कम 50 प्रतिशत निदेशक स्वतंत्र निदेशक होंगे
आम बजट 2021-22 पेश करते हुए सीतारमण ने कहा कि नए ढांचे के तहत ज्यादातर निदेशक और बोर्ड और प्रबंधन स्तर के अधिकारी निवासी भारतीय होंगे. कम से कम 50 प्रतिशत निदेशक स्वतंत्र निदेशक होंगे. इसके अलावा मुनाफे का एक निश्चित प्रतिशत सामान्य आरक्षित निधि के रूप में रखा जाएगा.
यह भी पढ़ें.
Union Budget 2021: बजट में आम आदमी के सबसे काम की खबर, जानें क्या सस्ता और क्या महंगा
Budget 2021 Highlights: डेढ़ घंटे बाद IT पर बड़ा एलान, 75+ बुजुर्गों को नहीं भरना होगा टैक्स रिटर्न