मोदी सरकार की तरफ से पेश किए गए आम बजट को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं के बीच केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे ‘आत्मनिर्भर’ भारत का बजट बताया है. उन्होंने सोमवार को एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि इस बजट को सूझ्म दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए. स्मृति ईरानी ने कहा कि कोरोना संकट के बीच भारत चुनौतियों से उबर रहा है और यह बजट उसे सशक्त बनाने का है. इसके साथ ही, विनिवेश को लेकर ममत समेत विपक्ष पर पलटवार करते हुए पूछा कि आखिर यह प्रक्रिया जिस मनमोहन सिंह सरकार में शुरू हुई थी खुद ममता बनर्जी उस सरकार का हिस्सा थीं.


स्मृति ईरानी ने बजट में हुई घोषणा के बारे में बताते हुए कहा कि उज्ज्वला योजना में 8 करोड़ पहले से ही हैं और उसमें एक करोड़ को और जोड़ने का ऐलान किया गया है. उन्होंने कहा कि इस बजट में चार करोड़ दलित छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की गई है. सैनिक स्कूलों का ऐलान किया गया है.


स्मृति ने आगे कहा कि 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क का ऐलान किया गया है. 750 एकलव्य स्कूल की घोषणा हुई है. इस बजट से हर क्षेत्र को समाधान देने का प्रयास किया गया है. केन्द्रीय मंत्री ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता ने बंगाल में केन्द्र की योजनाएं नहीं पहुंचने दी. उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि अगर बैर मोदी सरकार से है तो बंगाल की जनता से उसका बदला क्यों निकाल रही हैं.


स्मृति ईरानी ने कहा कि सरकार ने सिर्फ घोषणाओं को अपने आप तक सीमित नहीं रखा है. उन्होंने आयुष्मान योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जब इसकी शुरुआत की गई थी तब किसी ने यह नहीं सोचा था कि गरीब महिलाओं, बहनों को इतना फायदा होने वाला है.


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