Budget 2022: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, बोले- 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला, आपने 23 करोड़ को गरीबी में धकेला
Budget 2022: संसद में राहुल गांधी बोले- देश में दो हिंदुस्तान, एक गरीबों का एक अमीरों का
Budget 2022: संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में दो हिंदुस्तान है. एक गरीबों का और एक अमीरों का. उन्होंने कहा कि इन दो हिंदुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा, "रोज़गार ढूंढने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार में रेलवे की नौकरी के लिए वहां पर युवाओं ने किया किया और क्या हुआ. इसके बारे में आपने कुछ नहीं कहा. गरीब हिंदुस्तान के पास आज रोज़गार नहीं है. प्रेज़िडेंशियल एड्रेस में बेरोज़गारी के बारे में एक शब्द नहीं था. पूरे हिंदुस्तान में आज हिंदुस्तान का युवा रोज़गार खोज रहा है. लेकिन आप की सरकार नहीं दे पा रही है."
उन्होंने आंकड़ों के हवाले से दावा किया कि पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोज़गार खो दिया. आप बात करते हो रोज़गार देने की. 2021 में 3 करोड़ युवाओं ने रोज़गार खो दिया. 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोज़गार आज हिंदुस्तान में है. आपने मेक इन इंडिया की बात की, स्टार्टअप इंडिया की बात की मगर जो रोज़गार हमारे युवा को मिलना चाहिए था वो नहीं मिला और जो था वो भी गायब हो गया. और ये सच्चाई है.
राहुल गांधी ने दावा किया, "यूपीए की सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था 10 साल में. ये हमारा आंकड़ा नहीं है. हमने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया. असंगठित क्षेत्र में मोनोपली बन गई है." उन्होंने कहा कि कोरोना में आपदा में सहयोग नहीं दिया.
राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा, "इस सच्चाई को आप भी पहचानते हो, क्योंकि आपने भी अपने भाषणों में रोजगार के बारे में कुछ नहीं कहा. कितना रोज़गार पैदा किया गया. किस प्रकार किया गया. आप बोल भी नहीं पाएंगे. क्योंकि आप बोलेंगे तो हिंदुस्तान का युवा आपकी ओर देखकर कहेगा कि ये मज़ाक कर रहे हैं."
राहुल गांधी ने कहा, "ये दो हिंस्तान कैसे पैदा हुए? रोज़गार हमारे स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्रीज़ और इनफोरमल सेक्टर में बनता है. लाखों करोड़ रुपया आपने उनसे छीनकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों को दिलवा दिया. आपने पिछले साल इन सेक्टरों पर एक के बाद एक एक के बाद वार किया... असंगठित जो सेक्टर है उस पर आपने नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोरोना के समय जो सपोर्ट उनको देना था आपने नहीं दिया. नतीजा ये हुआ कि आज 84 फीसदी देशवासियों की आमदनी घटी है और वो गरीबों की ओर बढ़ रहे हैं."