Budget 2022, Railway Minister Ashwini Vaishnaw: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को साल 2022-23 के आम बजट पेश किया. बजट में रेलवे के लिए भी कई अहम और बड़े एलान किए गए हैं. वहीं बजट में रेलवे, आईटी और टेलिकॉम में क्या है इसे लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एबीपी न्यूज से बात की.
बता दें कि अश्विनी वैष्णव केंद्रीय रेल मंत्री के अलावा आईटी और टेलिकॉम मंत्री भी हैं. ऐसे में उन्होंने एबीपी न्यूज को बताया कि आम बजट में उनके तीनों मंत्रालय के लिए क्या कुछ खास है.
अश्विनी वैष्णव ने कहा, सबसे पहले मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने बजट में रेलवे के लिए रिकॉर्ड आवंटन किया है. बजट में रेलवे के लिए एक लाख 37 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. रेलवे को इस बजट की बहुत जरूरत थी. पिछले साल एक लाख दस हजार करोड़ रुपये का निवेश था. इस साल एक लाख 37 हजार करोड़ का निवेश है. यह भविष्य को बदलने वाला बजट है.
बजट में टेलिकॉम और आईटी के लिए क्या है? इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, इस बजट में आईटी को देश की इकॉनमी का सेंट्रल पीस माना गया है. दरअसल, सबसे बड़ा सवाल था कि जो सुविधा शहरों में मिलती हैं वो गांवों में क्यों ना मिले. इसी को ध्यान में रखते हुए नया बजट बनाया गया है.
उन्होंने आगे कहा, टेलिकॉम में पूरी तरह से 5जी का रोलऑउट हो. 5 जी का कोर नेटवर्क डेवलेप हो रहा है. देश में हैंडसेट का निर्माण शुरू हो चुका है. वहीं 400 वंदे भारत ट्रेन का ब्लू प्रिन्ट क्या है और इस साल कितनी वंदे भारत ट्रेन आ जाएंगी. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, भारत में कई दशकों से पुरानी टेक्नॉलजी इस्तेमाल हो रही थीं. पीएम मोदी ने 2017 में विजन दिया कि हमें देश में वर्ल्ड क्लास ट्रेन बनाकर दुनिया के सामने पेश करनी हैं. इसके बाद इंजीनियर्स ने इस चैलेंज को स्वीकार किया. हमें उनपर गर्व है. पहली दो वंदे भारत ट्रेन निकलीं 2019 में. इनकी राइड क्वालिटी बहुत अच्छी है. सबसे अहम बात यह है कि पैसेंजर्स खुश हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद पिछले 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ने हमें 75 ट्रेन का टारगेट दिया. उस लक्ष्य को हम लोग पूरा कर रहे हैं. इसकी डिजाइन पूरे हो गए हैं. ट्रेन मेन्यू फ्रैक्चर हो रही हैं. अप्रैल में फील्ड ट्रायल्स चालू हो जाएंगे. अब हमें एक नया टारगेट मिला है कि इससे भी अच्छी जेनरेशन्स के वंदे भारत ट्रेन्स बनाइये. डिजाइन करिए. यह बहुत गर्व की बात है. आप देखिए 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन बनाने की क्षमथा दुनिया के कितने देशों में है. सिर्फ सात या आठ देशों में. ऐसे में उस श्रेणी में भारत आता है तो दुनिया हैरान है.
गौरतलब है कि आम बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बेहतर क्षमता के साथ अगले 3 साल में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी. अगले 3 वर्षों के दौरान 100 PM गति शक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाएंगे और मेट्रो सिस्टम के निर्माण के लिए नए तरीकों को अपनाया जाएगा.