ABP Budget Conclave 2023: 'विपक्ष अपने गिरेबान में झांके', अश्विनी वैष्णव बोले- 8 साल में हुआ 60 साल से ज्यादा काम
Budget conclave 2023: देश के विकास के लिए बजट 2023 पेश होने के बाद से ही पक्ष और विपक्ष में तीखी तकरार चल रही है. इसे लेकर एबीपी बजट कॉन्क्लेव में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपनी बात रखी है.
Budget Conclave 2023: हर बार की तरह इस बार भी एबीपी न्यूज (ABP News) ने बजट कॉन्क्लेव (Budget Conclave) के माध्यम से बजट का विश्लेषण किया. इस कार्यक्रम में पक्ष और विपक्ष के नेता अपनी बात रख रहे हैं. इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने भी तमाम बातें सामने रखीं और विपक्ष पर भी करारा निशाना साधा.
कार्यक्रम के दौरान जब अश्विनी वैष्णव से सवाल किया गया कि एक तरफ सरकार इतना खर्च कर रही है और दूसरी तरफ विपक्ष लगातार आरोप लगा रही है कि सरकार हर मुद्दे से पल्ला झाड़ने और सबकुछ बेचने में लगी है. इस पर अश्विनी ने जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष अपने गिरेबान में झांके. अटल जी ने जब 2004 में यूपीए को जिम्मेदारी सौंपी थी तो अच्छी अर्थव्यवस्था देकर सौंपी थी. महज 10 सालों में 2004 से लेकर 2014 में देश के हालात बिगाड़ दिए गए. सारी दुनिया में भारत फ्रेजाइल फाइव कैटेगरी में आ गया था और सबसे कमजोर देशों में भारत की गिनती होने लगी थी.
'UPA ने बिगाड़ दिए थे देश के हालात'
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बैंकों की स्थिति, कानून की स्थिति पूरी तरह खराब करके दी गई. कहीं से भी कोई भी आतंकवादी हमला कर देता था. 2014 में जब पीएम मोदी ने देश को फिर से संभाला तब से लेकर अब तक सबसे पहले बैंकों की स्थिति को ठीक किया. आज एमपीएस 5.9 प्रतिशत में आ गया है. यूपीए के समय पर यह 11-12 प्रतिशत तक था. अगर तब का काम देखा जाए और अब का काम देखा जाए तो साफ पता चलता है कि जितना 60 साल में काम नहीं हुआ उतना 8 साल में हो चुका है.
मुद्रास्फीति को लेकर क्या बोले अश्विनी वैष्णव?
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि विपक्ष को शर्म आनी चाहिए. अगर आज हम देखें तो विश्वभर में महंगाई में बढ़ी है. कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भी आज अगर भारत में मुद्रास्फीति मध्यम रह पाई है तो इसका कारण है पीएम मोदी की मैक्रोइकॉनॉमिक पॉलिसी. मुद्रास्फीति पर कंट्रोल करने के लिए बजट पर बात नहीं होती है. इसके लिए साल भर चौकन्ना रहकर काम करना पड़ता है.
ये भी पढ़ें: