Budget 2023-24: नरेंद्र मोदी 2.0 सरकार का आखिरी पूर्ण बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने पेश कर दिया. इसके बाद विपक्ष ने बजट को लेकर कई तरह के सवाल उठाए और इसे चुनावी बजट करार दिया. इस मामले पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब देते हुए कहा है कि चुनावी बजट वो होता है जिसमें रेवड़ियां बंट रही होती हैं. ये बजट देश की जनता को सशक्त बनाने वाला है.


विपक्ष के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “इस बजट में बहुत निरंतरता है. ये बजट 140 करोड़ लोगों को सशक्त बनाता है. ये भारत को उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार कर रहा है. चुनावी बजट वो होता है, जहां पर रेवड़ियां बांटी जाती हैं.” 


वहीं बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट विकसित भारत के निर्माण की मजबूत नींव रखेगा. हर वर्ग का सपना पूरा होगा. यह बजट गरीब, मध्यम वर्ग, किसान सहित आकांक्षी समाज के सपनों को पूरा करेगा.


'बेहतर भविष्य के लिए है ये बजट'


उन्होंने आगे कहा कि ये बजट 140 करोड़ देशवासियों को छुएगा और उनके बेहतर भविष्य पर प्रभाव भी डालेगा. इसके साथ ही देश अमृत काल की ओर बढ़ रहा है, उसके लिए भी ये बजट देश को तैयार करेगा. उन्होंने कहा कि भारत को एक ऐसा देश बनाने की योजना पर काम हो रहा है, जहां पर अर्थव्यवस्था के साथ साथ हर व्यक्ति विकास करे.


पीयूष गोयल ने कहा, “दुनिया का मानना है कि भारत विश्व की अर्थव्यवस्था को बहुत आगे लेकर जा सकता है. लगभग हर वर्ग ने इस संतुलित बजट की प्रशंसा की है. इसलिए अर्थशास्त्री इस बजट से खुश हैं. इस बजट की खूबसूरती ये है कि इससे समावेशी विकास को बढ़ावा मिलेगा.”


क्या कहना है विपक्ष का?


बजट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बजट 2-4 राज्यों के चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है. यह बजट नहीं इलेक्शन स्पीच है. जो भी बातें उन्होंने बाहर कही हैं, वैसे जुमले इस बजट में डालकर इसे दोहराया गया है. बजट में महंगाई और मुद्रा स्फीति में इजाफा है, जिस पर ध्यान देना चाहिए था. उन्होंने कहा था कि वे हर साल 2 करोड़ नौकरियां देंगे. सरकारी भर्तियों के लिए भी कुछ नहीं हुआ. गरीब, बेरोजगार के लिए इस बजट में कुछ नहीं है.






तो वहीं, टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बजट को 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें आधे घंटा दिया जाए तो वह इससे अच्छा जनहितैषी बजट बनाकर दिखा सकती हैं. उन्होंने दावा किया कि इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव करने से किसी का भला नहीं होगा. मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि यह केंद्रीय बजट भविष्यवादी नहीं है, पूरी तरह अवसरवादी है, जनविरोधी और गरीब विरोधी है. एक केवल एक वर्ग के लोगों को ही फायदा पहुंचाएगा. यह देश में बेरोजगारी का मुद्दा हल करने में मदद नहीं करेगा.


ये भी पढ़ें: Budget 2023: मध्यम वर्ग को मदद दी गई...अच्छी चीजें हैं...तारीफ में बोले कुछ विपक्षी नेता, जुमला बजट...झूठी उम्मीदें भी कहा