नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज अपने बयानों पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि मेरे बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. मैंने जो नहीं कहा उसे कोट किया गया. दरअसल, बीजेपी नेता गडकरी ने पिछले दिनों कहा था, ''सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं. लेकिन, वही सपने पूरे न हों, तो जनता पीटती भी है.'' इस बयान को विपक्षी पार्टियों ने हाथों-हाथ लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा किया.


उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की तारीफ किये जाने पर कहा कि सभी को मेरे पूरे भाषण को सुनना चाहिए और उसके बाद मेरे बयान का मतलब निकालना चाहिए.


गडकरी ने एबीपी न्यूज़ के बजट शिखर सम्मेलन में कहा, ''जवाहर लाल नेहरू अच्छे लेखक थे. मैंने उनकी किताबें पढ़ी है. उनकी विचारधारा अलग है. उनका विकास मॉडल अलग है. हमारा अलग है. पंडित नेहरू की हर बात अलग नहीं हो सकती है. अच्छी बातों को लेना चाहिए. जो पसंद नहीं है उसको आगे नहीं बढ़ाना चाहिए.''


बीजेपी के वरिष्ठ नेता गडकरी ने प्रधानमंत्री उम्मीदवारी पर कहा कि मैं रेस में नहीं हूं. मैं अपना काम करता हूं. मेरी हैसियत के हिसाब से सबकुछ मिला है. मैं अपना जीवन अपने हिसाब से जीता हूं. मैं किसी के इशारे पर नहीं बोलता हूं (क्या आप आरएसएस के इशारे पर बयान देते हैं सवाल पर). गडकरी मोदी सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि गंगा साफ हुई है और गरीबों के घर में बिजली आई है.


नितिन गडकरी ने अब इंदिरा गांधी की तारीफ की, कहा- वे कई पुरुष नेताओं से आगे थीं


बजट
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि 12 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा. कामगारों और मध्यम वर्ग को मिला दें तो करीब 50 करोड़ लोगों को फायदा होगा. सरकार ने लोगों को ध्यान में रखकर बजट बनाया है और लोगों के कल्याण के लिए एलान किए हैं. बजट अंतरिम ही था और उसे पूरा बजट कहना उचित नहीं है.


गडकरी ने कहा, ''इस सरकार ने किसानों के लिए बड़ा एलान किया है और 500 रुपये महीना 5 एकड़ से कम जमीन वालों के लिए ये कम नहीं है. सरकार ने किसानों की जरुरतों को ध्यान में रखकर ही प्रावधान किया है. 6000 रुपये सालाना मिलने से किसानों का भला होगा और उन्हें राहत मिलेगी.''


नितिन गडकरी ने कहा, 'दिखाए गए सपने पूरे नहीं हों तो पिटाई भी करती है जनता', तेजस्वी बोले- ठीक बा


बजट और राजनीति
उन्होंने बजट को चुनावी बजट बताये जाने पर कहा कि इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. हम राजनीतिक पार्टी हैं और लोगों को हितों में काम करना हमारी जिम्मेदारी है.


उन्होंने आगे कहा, ''हमारी सरकार पीएम मोदी के नेतृत्व में लोगों के लिए काम कर रही है और इससे हम पीछे नहीं हटेंगे. बजट कैसा पेश करना है ये वित्त मंत्री का विशेषाधिकार है. पीयूष गोयल ने उसी के तहत काम किया है. विपक्ष का काम विरोध करना ही है और वो कर रहा है.''


राहुल गांधी
नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कहा उनका काम विरोध करना है. अगर सरकार सोना भी देगी तो वो कहेंगे लोहा ही दिया है, जो समर्थन में हैं वह समर्थन में बोलेंगे. राहुल गांधी के 'चौकीदार चोर है' जैसे नारे पर नितिन गडकरी ने कहा कि किसी भी प्रधानमंत्री के लिए ऐसी बात कहना ठीक नहीं है. यह शोभा नहीं देता है. मतभेद होना चाहिए, मनभेद नहीं.


गडकरी ने कहा कि राहुल गांधी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष है. लोकतंत्र समृद्ध बने इसके लिए पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करे.


राम मंदिर
राम मंदिर की मांग पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता गडकरी ने कहा कि राम मंदिर करोड़ों लोगों की इच्छा है. यह आस्था का मामला है. राम मंदिर का मुद्दा राजनीतिक मुद्दा नहीं है, करोड़ों लोग चाहते हैं कि जहां राम लला का जन्म हुआ वहीं राम मंदिर बने. कोर्ट या आपसी सहमति से मंदिर बनना चाहिए.


Budget 2019: 25 करोड़ लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने की कोशिश, राहुल बोले- अब जनता करेगी सर्जिकल स्ट्राइक


उन्होंने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला दे दे तो आगे बढ़ा जाएगा. लोगों को ऐसा लगता है कि बीजेपी की सरकार के समय ही राम मंदिर का निर्माण हो सकता है.'' गडकरी ने राम मंदिर पर कानून लाए जाने की मांग पर कहा कि कांग्रेस राम मंदिर चाहती है तो इसके लिए प्रस्ताव सरकार को दे, राहुल गांधी राम मंदिर पर प्रस्ताव सरकार को दे सकते हैं.''


लोकसभा चुनाव 2019
सड़क परिवहण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मोदी मजबूत हुए हैं. 2014 के मुकाबले आगामी चुनाव में एनडीए की और ज्यादा सीटें आएंगी. मोदी सरकार जिस लक्ष्य के साथ सत्ता में आई थी उसे पूरा करने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि लोगों का भरोसा हमें फिर मिलेगा और हम फिर सरकार बनाएंगे. पूरा विश्वास है कि नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.