Budget Session 2023 Highlights: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया आर्थिक सर्वे 2023, लोकसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित
Budget Session 2023 Live: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन में अपना अभिभाषण दिया. इसके बाद वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इकोनॉमी ग्रोथ के अनुमानों के साथ इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश किया गया.
बजट पूर्व आर्थिक समीक्षा में बताया गया है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. देश की अर्थव्यवस्था 2023-24 में चालू वित्त वर्ष के सात प्रतिशत की तुलना में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. पिछले वित्त वर्ष में वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत रही थी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में पहुंचने की बहुत इच्छा थी लेकिन मौसम के कारण ऐसा नहीं हो सका इसके लिए उन्होंने क्षमा मांगी. इसके अलावा जो विपक्ष ने सर्वदलीय दल की बैठक में बातें उठाईं हैं उसे लेकर भी सब मिलकर लड़ेंगे. उन्होंने कहा विपक्ष को सत्र में कई मुद्दे उठाने हैं. महंगाई-बेरोजगारी के अलावा देश का जो पैसा कुछ पूंजीपतियों को देकर बर्बाद किया जा रहा है उसका मुद्दा भी हम उठाएंगे. चीन को लेकर विदेश नीति का मुद्दा जो हमने पिछली बार उठाया था उसे हम इस बार भी उठाएंगे.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण दोहराता है कि सरकार क्या चाहती है और क्या करती है. राष्ट्रपति सरकार का बयान प्रस्तुत करते हैं. फिर भी हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का सम्मान करते हैं. सदन में जब चर्चा होगी तब हम अपने विचार रखेंगे. सराकार के खिलाफ बहुत से मुद्दे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को सुनते नजर आईं कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी. हालांकि, कांग्रेस के कई नेता खराब मौसम के चलते अभिभाषण में हिस्सा नहीं ले सके.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज दुनिया आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को समझती है. यही कारण है कि आज आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को दुनिया गंभीरता से सुन रही है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है. एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर ज़िले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज़ादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है. गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है. जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है.
महिलाओं को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं. देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है और महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है. यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं. ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे. अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ करोड़ों लोगों को 27 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मुहैया कराई गई है. विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी योजनाओं और प्रणालियों से भारत करोड़ों लोगों को कोविड के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जाने से बचाने में सक्षम रहा.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं. 7 दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचा था. जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप के जल से जुड़े हैं.
संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था. आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है. आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LoC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है. जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया वे इन वर्षों में उसे मिली है.
सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास भी जुड़ गया. यही मंत्र विकसित भारत के निर्माण की प्रेरणा बन चुका है. कुछ ही महीने में सरकार के नौ वर्ष पूरे हो जाएंगे. सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल में लोगों ने कई सकारात्मक परिवर्तन देखे हैं. आत्मविश्वास शीर्ष पर है, दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है. भारत दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है.
अमृतकाल के 25 वर्ष का कालखंड विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है. ये हमारे सामने युग निर्माण का अवसर है. हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और आधुनिकता का भी हर अध्याय जुड़ा हो. हमें ऐसा भारत बनाना है, जो आत्मनिर्भर हो। ऐसा भारत हो जिसमें गरीबी ना हो. जिसका मध्यमवर्ग भी वैभव से युक्त हो.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद जेपी नड्डा संसद पहुंच गए हैं. कुछ ही देर में बजट सत्र शुरू हो जाएगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद की संयुक्त बैठक को अपना पहला अभिभाषण देने के लिए संसद भवन पहुंचती हैं.
अस्थिर वैश्विक आर्थिक स्थिति के बीच, भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें दृढ़ विश्वास है कि निर्मला सीतारमण उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करेंगी.
संसद में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी वित्त मंत्री भी एक महिला हैं. वह कल देश के सामने एक और बजट पेश करेंगी. आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत ही नहीं पूरी दुनिया की नजर भारत के बजट पर है.
संसद के बजट सत्र के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद पहुंची.
संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बजट सत्र का प्रारम्भ हो रहा है और प्रारम्भ में ही अर्थ जगत में सकारात्मक संकेत लेकर आ रही है. आज का दिन महत्तवपूर्ण अवसर है. राष्ट्रपति का अभिभाषण आज के दिन नारी सम्मान का भी अवसर है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आगामी बजट सत्र के लिए संसद भवन परिसर पहुंच गए हैं. बजट सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना बयान देंगे.
संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2023 (economic survey 2023) की प्रस्तुति से पहले सेंसेक्स 325 अंक नीचे गिर गया है. वर्तमान में 59,175 पर और निफ्टी 17,559 पर है.
भारत जोड़ो यात्रा के चलते कांग्रेस के तमाम नेता आखिरी दिन का जश्न मनाने श्रीनगर पहुंचे थे. अब खराब मौसम के कारण कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम नेता बजट सत्र से पहले होने वाले राष्ट्रपति भाषण में शामिल नहीं हो सकेंगे.
बीआरएस सांसद के केशव राव ने कहा कि बीआरएस और आप दोनों ने आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है. केशव राव ने कहा है कि हम राष्ट्रपति के खिलाफ नहीं हैं, एनडीए सरकार के नीतियों के खिलाफ हैं.
ANI के सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण का बायकॉट करेगी. राष्ट्रपति के भाषण के दौरान आम आदमी पार्टी के एमपी सदन से बाहर रहेंगे.
इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (IMF) ने इकोनॉमिक सर्वे से पहले ही वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की इकोनॉमी 6.8 फीसदी से घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दी है. वहीं वित्त वर्ष 2024 के लिए अनुमान 6 से 6.8 फीसदी के बीच रखा है.
बैकग्राउंड
Budget Session 2023 Live News: संसद का बजट सत्र आज यानी 31 जनवरी 2023 को सुबह 11 बजे ज्वाइंट सेशन में दोनों सदनों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुरू हो चुका है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण के दौरान कहा कि सरकार की नई पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है.मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरू हो चुका है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बाद अभिभाषण के बाद वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इकोनॉमी ग्रोथ के अनुमानों के साथ इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी. सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों की ओर से कई मुद्दों पर सवाल उठाया जा सकता है, जिसमें बीबीसी डाक्यूमेंट्री और अडनी ग्रुप पर रिपोर्ट आदि शामिल हैं.
इकोनॉमी सर्वे में भारत की वित्त वर्ष 2024 GDP ग्रोथ 6-6.8% की उम्मीद
इकोनॉमी सर्वे में 2022-23 (FY23), जो केंद्रीय बजट 2023-24 (FY24) से एक दिन पहले पेश हो रहा है. 2023-24 के लिए भारत के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ 6-6.8% रहने की उम्मीद है.
इकोनॉमिक सर्वे 2022-23 थीम
बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे की थीम एक महत्वपूर्ण प्वाइंट है. इकोनॉमी सर्वे में क्षेत्रीय चैप्टर के अलावा कुछ नए चैप्टर भी जोड़े गए हैं. मुद्रास्फीति के स्तर, आरबीआई की मौद्रिक नीति, रोजगार की स्थिति, निजी निवेश में पिक-अप, बुनियादी ढांचे के खर्च और भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार के कारण भारतीय रुपये पर संभावित दबाव आदि को शामिल किया गया है.
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