Rahul Gandhi Remarks Row: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने और अडानी (Adani) मामले को लेकर पक्ष विपक्ष में गतिरोध बना हुआ है. इन मुद्दों पर मंगलवार को भी बजट सत्र (Budget Session 2023) के दौरान संसद में जोरदार हंगामा हुआ. विपक्ष ने बुधवार (29 मार्च) को भी सरकार को घेरने की तैयारी की है जिसके लिए सुबह दस बजे विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है. इसी बीच पीएम मोदी (PM Modi) ने भी विपक्ष पर तीखा प्रहार किया है. जानिए इस मामले से जुड़ी बड़ी बातें.


1. पीएम ने मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय में आवासीय परिसर के उद्घाटन के अवसर पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेता एक साथ, एक मंच पर आ रहे हैं और कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है. भ्रष्टाचार में लिप्त लोग एजेंसियों और अदालतों पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन इनके झूठे आरोपों से ना देश झुकेगा और ना ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई थमने वाली है. 


2. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पूरी दुनिया में आज जब भारत का डंका बज रहा है, तो देश के भीतर और देश के बाहर बैठी भारत विरोधी शक्तियों का एकजुट होना स्वाभाविक है. ये शक्तियां किसी भी तरह भारत से विकास का एक कालखंड छीन लेना चाहती हैं. आज भारत का सामर्थ्य अगर फिर बुलंदी की तरफ जा रहा है, तो इसके पीछे उसकी एक मजबूत नींव है, जो उसकी संवैधानिक संस्थाओं में है. 


3. उन्होंने कहा कि इसलिए आज भारत को रोकने के लिए हमारी इस नींव पर चोट की जा रही है. संवैधानिक संस्थाओं पर हमला किया जा रहा है. उन्हें बदनाम करने का अभियान छेड़ा जा रहा है. उनकी विश्वसनीयता खत्म करने की साजिश की जा रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं, तो एजेंसियों पर हमला किया जाता है और जब अदालत कोई फैसला सुनाती है, तो उस पर सवाल उठाए जाते हैं. आप सब देख रहे हैं. ये पूरा देश देख रहा है और समझ भी रहा है. 


4. मंगलवार को जिस समय दिल्ली में पीएम मोदी अपने संबोधन में विपक्ष पर हमला कर रहे थे उसी समय राजधानी के दूसरे हिस्से में कांग्रेस का प्रदर्शन भी चल रहा था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में टाउन हॉल की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को लाल किले के पास से हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस ने मंगलवार को लाल किले से टाउन हॉल तक एक विरोध मार्च की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया. 


5. राहुल गांधी पर कार्रवाई और अडानी के मुद्दे पर कांग्रेस ने आगामी कार्यक्रमों का एलान भी किया है. कांग्रेस अगले एक महीने में ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक जय भारत सत्याग्रह अभियान चलाएगी. ऊपरी अदालत में अपील को लेकर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस पर कानूनी टीम काम कर रही है.


6. अप्रैल के दूसरे हफ्ते में दिल्ली में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. कांग्रेस के कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को देश भर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की जाएंगी. 29 मार्च से 8 अप्रैल तक ब्लॉक स्तर पर "जय भारत सत्याग्रह" किया जाएगा. 1 अप्रैल को एससी, एसटी, ओबीसी, माइनोरिटी विभाग अंबेडकर प्रतिमा पर प्रदर्शन करेगी.  


7. इसके अलावा 3 अप्रैल से यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई पोस्टकार्ड अभियान चलाएंगे, जिसमें पीएम मोदी को पत्र लिखा जाएगा. 15 से 20 अप्रैल तक जिला स्तर पर और 20 से 30 अप्रैल तक राज्य स्तर पर "जय भारत सत्याग्रह" अभियान होगा. अप्रैल के दूसरे हफ्ते में दिल्ली में "जय भारत महा सत्याग्रह" अभियान चलाया जाएगा. 


8. कांग्रेस सासंद जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष की बैठक में राहुल गांधी ने कहा है कि सवाल उनका नहीं, लोकतंत्र को बचाने का है. करीब 18 विपक्षी दल साथ आए, इसके लिए उनका धन्यवाद. मुख्य सवाल यही है कि पीएम का अडानी से क्या रिश्ता है? इसकी जांच जेपीसी ही कर सकती है. जयराम ने ये भी कहा कि जो सरकार जाति जनगणना से भाग रही है वो ओबीसी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रही है. 


9. कांग्रेस अप्रैल में शीर्ष विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाने वाली है. कांग्रेस के सूत्रों ने पीटीआई को ये जानकारी दी. ये बैठक संसद के बजट सत्र के दौरान कई विपक्षी दलों की ओर से प्रदर्शित सौहार्द्र को आगे बढ़ाएगी और इसका बाहर भी विस्तार किया जाएगा. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि इस बैठक का प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से सोमवार शाम उनके आवास पर बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक में रखा गया था.


10. कांग्रेस ने कहा कि वह राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ सड़कों पर उतरकर इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी. राहुल गांधी को 2019 के मानहानि मामले में सूरत की एक कोर्ट की ओर से दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. जिसके बाद 24 मार्च को लोकसभा सदस्य के रूप में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था.


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