भैंस का मालिक कौन? दो राज्यों में मचा घमासान, पता लगाने के लिए DNA टेस्ट की मांग
Buffalo Dispute: मामला है कर्नाटक के बोम्मानहल और आंध्र प्रदेश के मेदेहल गांव का. गांव के लोग ये दावा कर रहे हैं कि ये भैंस उनकी है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस भैंस को कोई पालने वाला था ही नहीं
Buffalo Dispute: आंध्र प्रदेश और कर्नाटक बॉर्डर के बीच स्थित दो गांवों में एक भैंस को लेकर विवाद छिड़ गया. अब विवाद इतना बढ़ गया दोनों गावों के लोगों ने भैंस का डीएनए टेस्ट कराने की मांग कर डाली. हालांकि, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक पुलिस ने इस मामले को बिना डीएनए टेस्ट के ही सुलझा दिया है.
ये मामला है कर्नाटक के बोम्मानहल और आंध्र प्रदेश के मेदेहल गांव के बीच का. दोनों गांव के लोग ये दावा कर रहे हैं कि ये भैंस उनकी है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस भैंस को कोई पालने वाला था ही नहीं बल्कि इसे तो इस महीने के अंत में होने वाले जातरा के दौरान बलि के लिए रखा गया था. जैसे ही ये बात पुलिस के पास पहुंची तो गांववालों ने मामले को सुलझाने के लिए डीएनए टेस्ट की डिमांड कर दी. गांववालों ने कहा कि भैंस का डीएनए टेस्ट उसकी मां के डीएनए के साथ मैच कराना चाहिए तो सारा सच सामने आ जाएगा.
घास चरते हुए भटक गई थी भैंस
हुआ कुछ यूं था कि जनवरी में होने वाले सकम्मादेवी मेले में इस भैंस की बलि चढ़ने वाली थी. इसके पहले उसे घास चरने के लिए छोड़ दिया गया था, लेकिन भैंस भटक गई थी और बाद में उसे आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित मेदेहल गांव में पाया गया. जब बोम्मानहल गांव के लोगों ने भैंस को वापस लाने की कोशिश की तो दोनों के बीच विवाद खड़ा हो गया.
गांववालों को लगाई फटकार
मामला पुलिस के पास पहुंचा तो तनाव और बढ़ता चला गया. आंध्र प्रदेश की हलहारवी पुलिस ने मोका पुलिस के साथ मिलकर दोनों गांववालों के साथ बैठक की और कर्नाटक के गांववालों को सौंपकर मामले को सुलझा दिया तो वहीं आंध्र प्रदेश की ओर के ग्रामीणों ने पुलिस के निर्णय पर सहमति जताई. हालांकि, पुलिस ने दोनों गांववालों को फटकार भी लगाई कि वे तुरंत इस मुद्दे को खत्म करें.
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