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Bulandshahr News: बुलंदशहर के डीएम का दावा-नाबालिग भाई चला रहा था बाइक, छेड़खानी नहीं दुर्घटना बनी छात्रा की मौत की वजह
Bulandshahr News: बुलंदशहर के डीएम का दावा-नाबालिग भाई चला रहा था बाइक, छेड़खानी नहीं दुर्घटना बनी छात्रा की मौत की वजह
उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर की स्कूल टॉपर जो करोड़ों की स्कॉलरशिप हासिल करके अमेरिका गई थी और सुनहरे भविष्य के सपने देख रही थी उसकी छेड़खानी के दौरान मौत हो गई है. यूपी में बदमाशों को किसी का डर नहीं और इसी के चलते एक होनहार छात्रा को अपनी गंवानी पड़ी जो बेहद दुखद है.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
11 Aug 2020 04:40 PM
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के गृह सचिव से बात की है और बुलंदशहर के एसपी सिटी से भी बात की है. उन्होंने कहा कि सुदीक्षा के परिवार को मैं न्याय दिला के रहूंगा. मैं सीएम योगी आदित्यनाथ से आर्थिक सहायता के लिए भी बात करूंगा. अभी सीएम से बात नही हुई है लेकिन बात करके इनको आर्थिक सहयोग दिलाऊंगा.
नोएडा के डीसीपी हरीश चंद्र ने सुदीक्षा भाटी की मौत पर कहा कि वो केवल परिवार से मिलने आये थे और नोएडा पुलिस का इसमें कोई रोल नहीं है. बुलंदशहर पुलिस यहां पर आ चुकी है वो परिवार का बयान ले रही है वही जांच करेगी. हम केवल यहां पर सहयोग के लिए हैं और ज्यादा जानकारी बुलंदशहर पुलिस ही देगी.
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने सुदीक्षा के परिवार को आर्थिक सहायता दी और पीड़ित परिवार को तत्काल अपने पास से एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई. इसके अलावा दादरी विधायक तेजपाल नागर ने गृह सचिव अवनीश अवस्थी से भी सुदीक्षा भाटी की मौत को लेकर बातचीत की है. गृह सचिव ने कहा कि कार्यवाही हो रही है और परिवार को न्याय मिलेगा.
राज्य सभा के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि बुलंदशहर के एक गरीब चाय वाले की बेटी सुदीक्षा ने जब कीर्तिमान बनाया था परीक्षा में तो अमेरिका ने उसे 4 करोड़ रुपए स्कॉलरशिप देकर अमेरिका पढ़ने के लिए बुलाया था. वह बेटी छुट्टी में अपने घर आई थी और यहां मनचलों ने सरेराह उस बेटी का दुर्घटना करके हत्या कर दी बल्कि प्रबल संभावना जो भारत का नाम रोशन करती उस सूरज को भी डुबो दिया. कहां है भाजपा सरकार का उत्तर प्रदेश में कानून का राज, कहां है भाजपा का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कहां है रोमियो जूलियट जो अभियान चलाया गया था जो आज चाचा के साथ जाती हुई बेटी ही नहीं मारी गई हर मां-बाप की सुरक्षा की जो भावना है उस पर हमला हुआ है.
सुदीक्षा के चाचा का कहना है कि वो गाड़ी से लेकर जा रहे थे रास्ते मे छेड़खानी हुई तो गाड़ी गिर गयी जिससे कि बच्ची की जान चली गयी. छेड़खानी करने वाले लड़कों को मैं नही जानता ना ही उनको मैं पहचानता हूं. पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नही की है.
दादरी में सुदीक्षा के पिता का आरोप है कि पुलिस ने अब तक कोई सहयोग नही किया है. कल एक्सीडेंट के बाद जब पोस्टमार्टम हुआ तो उसके बाद मृत शरीर के लिये एम्बुलेंस भी नही दी गयी. वहीं पुलिस कह रही है कि गाड़ी भाई चला रहा था जबकि गाड़ी सुदीक्षा का चाचा चला रहा था. पुलिस बिना छानबीन के बात कर रही है. मेरी मांग है कि पुलिस ढंग से जांच करे जिससे कि आरोपी पकड़े जाएं और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो. सरकार इसमें जांच करा के कार्यवाही करे.
बुलंदशहर के डीएम रविंद्र कुमार ने आज कहा है कि ये दुर्घटना का मामला है और बाइक सुदीक्षा का चचेरा नाबालिग भाई निगम चला रहा था और उन्होंने
हैलमेट नहीं पहना हुआ था. लड़का बाइक को संभाल नहीं पाया और आगे खड़ी बाइक से उनका वाहन टकरा गया जिसके बाद सुदीक्षा बाइक से गिर गई और उसके सिर में चोट लगी. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मृत्यु हो गई.
जांच के लिए एडिशनल डीसीपी भी सुदीक्षा के घर पहुंचे हैं और इस मामले में सुदीक्षा के परिजनों से बातचीत कर रहे हैं. वहीं बुलंदशहर के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि सुदीक्षा की स्कूटी नाबालिग भाई चला रहा था. ये सिर्फ एक दुर्घटना है और बाक़ी भ्रान्तियां फैलाई जा रही हैं. घर वालों ने क्यों बयान बदला है इसको लेकर पूछताछ की जा रही है.
जांच के लिए पहुंचे बुलंदशहर के सिकंदराबाद के थानाध्यक्ष जेके सिंह ने कहा हम यहां पर पिता और परिवार का बयान दर्ज करने आये हैं. अधिकारियों का आदेश हुआ जिसके बाद हम बुलंदशहर से दादरी आए हैं. अभी तक आरोपियों की पहचान नही हो पाई है और जांच की जा रही है जिससे जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा. अभी मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मैं फिलहाल परिवार का बयान लेने आया हूं. बाकी और मैं कोई जानकारी नही दे सकता.
घटना के तत्काल बाद सबसे पहुंचने वाले पीआरवी वैन के पुलिसकर्मी का बयान ये है कि दुर्घटना के वक्त गाड़ी भाई ही चला रहा था और उसे मामूली चोटें आई थीं. वो बातचीत कर रहा था और उसने छेड़खानी की कोई बात नहीं बताई. सिर्फ ये कहा कि एक्सीडेंट हुआ है.
कांग्रेस की अंशू अवस्थी का इस मामले में कहना है कि बुलंदशहर की बेटी सुदीक्षा के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना उत्तर प्रदेश के लिए घोर शर्मनाक बात है और महिला विरोधी बीजेपी योगी सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल है.
भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद ने भी सुदीक्षा के मामले में ट्वीट किया है. आजाद ने परिवार को आर्थिक मदद की मांग की है. आजाद ने ट्वीट किया कि एक गरीब परिवार से निकलकर अमेरिका में पढ़ाई करने वाली बहन सुदीक्षा भाटी हमारे बीच नहीं रही। आज सड़क छाप शोहदों के छेड़खानी से बचने के प्रयास में उनकी एक्सीडेंट से मौत हो गई। अत्यंत ही दुखद! दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो एवं सुदीक्षा के परिवार को उचित आर्थिक मदद दी जाए.
सुदीक्षा भाटी मामले में पुलिस का शुरुआती तौर पर कहना था कि इस मामले की सूचना हमें मिली है और हमने मामला पंजीकृत कर लिया है. इस मामले की जांच चल रही है और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा.
सुदीक्षा भाटी मामले में पुलिस का रवैया कुछ अजीब है और पुलिस का कहना है कि जब घटना के बाद वो दुर्घटनास्थल पर पहुंचे थे तो सुदीक्षा के चाचा और चचेरे भाई ने इस बात की कोई जानकारी नहीं दी थी कि उसके साथ छेड़छाड़ हो रही थी. जब उस समय कुछ ऐसी शिकायत नहीं की गई तो बाद में ये बात क्यों कही गई.
सुदीक्षा के चचेरे भाई जो घटना के वक्त बाइक पर सवार थे, उनका कहना है कि बाइक वो चला रहे थे और चाचा सतेंद्र भाटी का कहना है कि बाइक वो खुद चला रहे थे. सतेंद्र भाटी ने कहा है कि उनके बेटे पर दबाव डालकर ऐसा कहलवाया गया है और वो सदमे की हालत में है लिहाजा उससे अभी पूछताछ नहीं होनी चाहिए.
सुदीक्षा भाटी के चाचा सतेंद्र भाटी जो इस मामले के चश्मदीद भी हैं ने बताया कि कुछ मनचले बाइक पर उनकी बाइक का पीछा कर रहे थे और बार-बार उनकी गाड़ी के आगे और पीछे आ रहे थे, इसके अलावा भद्दे शब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे थे और सुदीक्षा पर फब्तियां कस रहे थे. इसी दौरान उनकी बाइक का बार-बार पीछा करने के दौरान उनकी बाइक के आगे गाड़ी थी और इससे वो टकरा गए जिसके बाद वो तो साइड में गिर गए और सुदीक्षा सड़क पर गिर गई और उसके सिर में चोट आई. इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई.
इस घटना के बाद से विपक्ष उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस बारे में एक ट्वीट करके योगी सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
सुदीक्षा भाटी के पिता का कहना है कि हमारे तो घर का तारा बुझ गया और अब हम क्या कर सकते हैं. पुलिस भी हमारी मदद नहीं कर रही है और वो हमें क्या इंसाफ दिलाएगी, हमारी बच्ची जो चली गई है उसको इंसाफ मिलना चाहिए. सुदीक्षा के पिता ने भी ये भी कहा कि पुलिस इसे सीधा-सीधा एक्सीडेंट का केस बता रही है. वो कह रही है कि सड़क पर गिरकर मेरी बेटी की मौत हो गई. इसका क्या मतलब है और सड़क पर जाते-जाते छेड़खानी की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है. मैं उत्तर प्रदेश पुलिस से कहूंगा कि वो इस मामले की अच्छी तरह जांच करे और मेरी बेटी को इंसाफ दिलाए.
बैकग्राउंड
उत्तर प्रदेश में बदमाशों का कहर बढ़ता जा रहा है और लगभग हर रोज ऐसी कोई घटना सामने आती है जो इस बात को और पुख्ता करती है कि यूपी में गुंडों-बदमाशों और अपराधियों को पुलिस या प्रशासन का कोई डर नहीं है. ऐसी ही ही एक घटना बुलंदशहर में घटी है जिसे जानकर लोगों में भारी आक्रोश है.
कैसे घटी घटना
बुलंदशहर में अमेरिका से स्वदेश लौटी होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मनचलों की छेड़खानी से बचने के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई. सुदीक्षा के परिजनों के मुताबिक कोरोना के चलते सुदीक्षा अमेरिका से स्वदेश लौटी थी और आज अपने ही चाचा के साथ बाइक से अपने मामा से मिलने जा रही थी. सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में उस वक्त मौत हो गयी, जब बुलट मोटरसाइकिल पर सवार कुछ युवक बाइक पर बैठी छात्रा से छेड़छाड़ कर रहे थे. आरोप है कि इसी छेड़छाड़ के दौरान बुलट सवार युवक बार बार बाइक को ओवरटेक कर रहे थे, कि उसी दौरान मनचलों से बचने के चक्कर में सड़क हादसे में सुदीक्षा भाटी की मौत हो गयी.
पुलिस का क्या है रुख
पुलिस ने अज्ञात बाइकर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शरू कर दी है और आरोपों की जांच कर कार्रवाई करने का दावा कर रही है.
अमेरिका में स्कॉलरशिप पर गई थी सुदीक्षा
गौतमबुद्धनगर के दादरी में रहने वाली सुदीक्षा भाटी ने पिछले साल इंटरमीडिएट में बुलंदशहर जनपद को टॉप किया था और एचसीएल से 3 करोड़ 80 लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिलने के बाद सुदीक्षा भाटी अमेरिका में उच्च शिक्षा ग्रहण करने चली गई थी.