कोलकाताः भारतीय तटरक्षक बल के जवानों ने चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ को देखते हुए किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए कमर कर ली है जिसके पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तटों के बीच शनिवार देर शाम या रात तक पहुंचने की आशंका है. तटरक्षक बल के महानिरीक्षक राजन बारगोत्रा ने शनिवार को बताया कि पारादीप, धर्मा और सागर द्वीप के तटों पर जहाजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
चक्रवात बुलबुल पश्चिम बंगाल में करीब 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से हिट करेगा. चक्रवात को देखते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद कंट्रोल रूम पहुंच कर हालात का जायजा लिया. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 23 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. समुद्र में पोत सेवा को भी निलंबित कर दिया गया है.
परिचालन शाम छह बजे से 12 घंटों तक निलंबित रहेगा. गृह विभाग के अधिकरियों ने इसकी जानकारी दी. पश्चिम बंगाल के तटों पर आज शाम गंभीर चक्रवात के समुद्र से जमीन पर आने की संभावना है.
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तटरक्षक बल के उत्तरपूर्व क्षेत्र के कमांडर बारगोत्रा ने कहा कि इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में जाने की सलाह नहीं दी गयी है. उन्होंने कहा कि तटरक्षक बल के कर्मी बुलबुल के प्रभाव से निपटने के लिए राज्य सरकारों के संपर्क में है.
तटरक्षक बल के उपमहानिरीक्षक (पश्चिम बंगाल) एस आर दास ने कहा कि तीन आपदा प्रबंधन टीमें समयोचित कार्रवाई के लिए हल्दिया में और दो टीमें 24 परगना जिले के फ्रेजरगंज में तैनात की गयी हैं. दास ने कहा, ‘‘हम कोशिश में जुटे हैं कि कोई भी हताहत न हो.’’
महानिरीक्षक ने कहा कि चक्रवाती तूफान पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हल्दिया, पारादीप और गोपालपुर में रडार के माध्यम से नजर रखी जा रही है.
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि बुलबुल सुबह साढे पांच बजे सागर द्वीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 190 किलोमीटर की दूरी पर था जिसके क्रमिक रूप से कमजोर होने और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तट पार करने की संभावना है.
विभाग ने कहा कि उसके शनिवार देर शाम या रात को तट पर पहुंचने की संभावना है तथा 110-120 किलोमीटर से लेकर 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है.
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