नई दिल्ली: दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 शव मिलने के बाद से रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब परिवार के पालतु कुत्ते को लेकर बड़ी बात सामने आई है. सवाल उठ रहे थे कि परिवार वाले जब फांसी पर लटके तो वहां मौजूद उनका पालतु कुत्ता क्यों नहीं भौंका. हाउस फॉर एनिमल्स के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया है कि घटना से पहले करीब 24 घंटे तक इस कुत्ते को खाना नहीं दिया गया था. उन्होंने यह भी बताया कि परिवारवालों ने शायद कुत्ते को नींद की गोलियां दी थी.


परिवार का पालतु कुत्ता फिलहाल हाउस फॉर एनिमल्स के पास है. इसके संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया है, ‘’जब हमें पता चला कि बुराड़ी में पूरा परिवार खत्म हो गया है और सिर्फ एक कुत्ता बचा है तो हमारी टीम तुरंत वहां पहुंची और पुलिस से उस कुत्ते को लाने के लिए कहा.’’ उन्होंने बताया कि पुलिसवाले कई बार उस कुत्ते को अपने साथ ले जाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन कुत्ता पांच फीट की दूरी तक उन्हें अपने पास आने नहीं दे रहा था.


दिल्ली: 11 मौतों के बाद बुराड़ी में खौफ का आलम, गली से गुजरने में भी डर रहे हैं लोग


कुत्ते को 24 घंटों से नहीं मिला था खाना


संजय महापात्रा ने बताया, ‘’कुत्ता उस दौरान बहुत एग्रेसिव था. जब हम उसे अपने साथ लेकर आए तो हमें उसपर काबू पाने में करीब 45 मिनट का वक्त लगा.’’ उन्होंने बताया कि कुत्ते को 24 घंटों से खाना नहीं मिला था और वह पूरी घटना देख चुका था. इससे वह डिप्रेशन में चला गया.


संजय महापात्रा ने बताया कि जब हम उसे लेकर आए तो उसे 108 डिग्री बुखार था. उसके लीवर में इन्फेक्शन था और प्लेटलेट्स भी काफी कम थी. उन्होंने कहा कि कुत्ते के इलाज के दौरान कई तरह की थैरपी भी की थी. अब इसकी सेहत में 90 प्रतिशत सुधार हो चुका है.’’


वारदात के बारे में कुत्ते से नहीं की कोई बात- संजय महापात्रा 


बुराड़ी मामला: आज आ सकती है फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट, साइकोलॉजिकल अटॉप्सी कराने की तैयारी में पुलिस


संजय महापात्रा ने बताया कि अब ये कुत्ता इस जगह को धीरे-धीरे समझ रहा है. उससे हम वारदात के बारे में कोई बात नहीं करेंगे. परिवार के छोटे बेटे ललित के भतीजे ने हमसे कहा है कि अब वह इस कुत्ते को अपने पास नहीं रखेंगे. इसलिए अब हमने इसे अपने पास रखने का फैसला किया है.


वारदात के बाद से इलाके के लोगों में खौफ पैदा हो गया है. यहां लोग गली से गुजरने में भी डर रहे हैं. भाटिया परिवार के बारे में लोगों का कहना है कि ये बेहद ही मिलनसार और अच्छा परिवार था. इस परिवार में रहने वाले बच्चे बगल के ही एक स्कूल में पढ़ते थे. लेकिन अब साथ पढ़ने वाले बच्चों के मन में भी खौफ बैठ गया है.


आज आ सकती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट


इस मामले में फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आज आ सकती है. पुलिस अंतिम पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. वह शवों के विसरा को भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजेगी ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं मृतकों को जहर तो नहीं दिया गया था. शुरुआती ऑटोप्सी रिपोर्ट में कहा गया था कि सभी 11 लोगों की मौत रस्सी से लटकने के कारण हुई और उनके शरीर पर संघर्ष या चोट के कोई निशान नहीं थे.