नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आज बुराड़ी के 450 बेड के अस्पताल को कोरोना के इलाज के लिये खोल दिया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अस्पताल का ऑनलाइन उद्घाटन किया. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और बुराड़ी के विधायक संजीव झा उद्घाटन के समय अस्पताल में मौजूद रहे. 768 बेड के इस अस्पताल को फिलहाल 450 बेड के साथ कोरोना के इलाज के लिये शुरू किया जा रहा है.


अस्पताल में सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. इस व्यवस्था के ज़रिए यहां ज़्यादातर बेड्स पर ऑक्सिजन मुहैया होगी. करीब 150 बेड्स पर ऑक्सिजन सिलेंडर के ज़रिए ऑक्सिजन की व्यवस्था की जाएगी. फिलहाल अस्पताल में 10 वेंटिलेटर हैं. डॉक्टर्स, नर्स समेत करीब 200 मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है. इमरजेंसी एरिया को होल्डिंग एरिया में तब्दील किया गया है. जहां मरीज़ों की स्क्रीनिंग, फिजिकल चेक-अप और सैम्पल कलेक्शन के लिए व्यवस्था की गई है. अस्पताल में आने वाले मरीज़ों को पहले होल्डिंग एरिया में लाया जायेगा और डॉक्टर के परामर्श के आधार पर आगे का ट्रीटमेंट दिया जायेगा.


कोरोना अस्पताल में 450 बेड और जुड़ गए- केजरीवाल


उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "आज कोरोना अस्पताल में कुल बेड में 450 बेड और जुड़ जाएंगे. यह कहना सही नहीं होगा कि कोरोना के खिलाफ हमने लड़ाई जीत ली है, लेकिन पिछले एक महीने में जिस तरह से कोरोना के मामले कम हुए हैं, मौत कम हुईं हैं, पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है, इसके लिए सबको बधाई. 450 बेड जो आज शामिल हुए हैं, इससे दिल्ली के लोगों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी. कोरोना की वजह से और कुछ व्यक्तिगत व्यस्तताओं के चलते मैं अस्पताल के उद्घाटन के लिए मौके पर उपस्थित नहीं हो सका. इसलिए अस्पताल का ऑनलाइन उद्घाटन करना पड़ा. मैंने कुछ दिन पहले अस्पताल का निरीक्षण किया था और तैयारियों का जायजा लिया था."


इस अस्पताल से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी- स्वास्थ्य मंत्री


स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "सही समय पर ये अस्पताल शुरू हो रहा है. इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी. सेंट्रलाइज्ड ऑक्सिजन के साथ 150 बेड पर सिलेंडर के ज़रिए ऑक्सिजन की व्यवस्था की गई है. अभी रिकवरी रेट अच्छा है लेकिन 31 जुलाई के बाद समीक्षा की जायेगी. इसलिये इन बेड्स की ज़रूरत होगी."


गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित ने 2013 में इस प्रोजेक्ट को शुरु किया था, तब ये 285 बेड का प्रोजेक्ट था. 2015 में केजरीवाल सरकार के दौरान इसका निर्माण शुरू हुआ था और बेड की संख्या 285 से बढ़ाकर 768 बेड कर दी गई थी. शुरुआत में इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 182 करोड़ रुपए थी जो वर्तमान में बढ़कर 272.77 करोड़ हो गई है. फिलहाल इसे 450 बेड के साथ कोरोना के इलाज के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है.


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