नई दिल्लीः आज ही के दिन आठ जुलाई 2016 को भारतीय सेना ने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी को मार गिराया था. आज उसकी बरसी है ऐसे में शनिवार सुबह ही जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में सेना के कैंप पर आतंकी हमले की खबर सामने आई है. इस हमले में अब तक तीन जवानों के घायल होने की खबर है. बुरहान वानी की बरसीं को देखते हुए पहले ही घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. दक्षिण कश्मीर में हालात की गंभीरता को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है.


दरअसल पिछले साल बुरहान वानी की मौत के बाद से ही कश्मीर में अशांति का माहौल है. रह-रह कर कश्मीर में हिंसक झड़पों, सेना और सिविलियन के बीच संघर्ष का मामला सामने आता रहता है. आज हम आपको बता रहे हैं आखिर कौन था बुरहान वानी जिसके एनकाउंटर ने कश्मीर से शांति छीन ली?


पिछले साल हुआ था बुरहान वानी का एनकाउंटर


बुरहान मुजफ्फर वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर था. वानी कश्मीर में त्राल की अच्छी और संपन्न परिवार से था. इसके पिता स्कूल प्रिन्सिपल थे. वानी 15 साल की उम्र में घर छोड़कर आतंकवादी बन गया था, वानी का बड़ा भाई खालिद मुजफ्फर भी आतंकवादी था जो पिछले साल सुरक्षा बलों के हाथों मारा गया था. 8 जुलाई 2016 को शाम 4 बजे शुरु हुआ  सेना का ऑपरेशान 15 मिनट तक चला जिसमें सेना ने वानी को मार गिराया.


वानी के एनकाउंटर को लेकर कई तरह की खबरें सामने आई. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक वानी की कथित गर्लफ्रेंड ने उसका पता सेना को दिया जिससे सेना उस तक पहुंच सकी.


इस एनकाउंटर के बाद कश्मीर में हिंसा बढ़ गई. आलम ये है कि आज एक साल पूरे होने पर भी कश्मीर जल रहा है. हालात को ध्यान में रख कर घाटी में धारा 144 लगा दी गई है.