Delhi News: एक करोड़ की फिरौती के लिए अपहरण के बाद किया बिजनेसमैन का कत्ल, दो गिरफ्तार
Delhi News: 17 नवंबर को आउटर दिल्ली के पश्चिम विहार वेस्ट पुलिस को एक लाश के बारे में सूचना मिली. मौके पर पहुंचने पर पुलिस की टीम को पता चला कि मरने वाले शख्स का नाम योगेश है.
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Delhi News: आउटर दिल्ली पुलिस ने कत्ल और अपहरण के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि जल्द अमीर बनने के लालच में इन्होंने ना सिर्फ हरियाणा के रेवाड़ी के एक बिजनेसमैन का अपहरण किया, बल्कि उसकी हत्या भी कर दी. बिजनेसमैन का अपहरण करने के बाद आरोपी तनवीर और मोहम्मद शरीफ ने बिजनेसमैन के परिवार से उसको छोड़ने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की, लेकिन ये अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सके और पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
दरअसल, 17 नवंबर को आउटर दिल्ली के पश्चिम विहार वेस्ट पुलिस को एक लाश के बारे में सूचना मिली. इस सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. वहां पहुंचने पर पुलिस की टीम को पता चला कि मरने वाले शख्स का नाम योगेश है, जो कि हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है. मौका ए वारदात पर हरियाणा पुलिस के एक हेड कांस्टेबल के साथ मरने वाले शख्स का परिवार भी मौजूद था.
योगेश के फोन से पत्नी के पास आई कॉल
योगेश के पिता ने बताया कि योगेश 16 नवंबर की सुबह रेवाड़ी से दिल्ली के लिए निकला था. योगेश की दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में सफल स्टोर के नाम से एक शॉप है. शाम को योगेश की पत्नी के फोन पर योगेश के फोन से फोन आया. फोन करने वाले ने अपनी पहचान नहीं बताई, लेकिन यह कहा कि योगेश को किडनैप कर लिया गया है और अगर उसकी जान की सलामती चाहते हो, तो एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो. किडनैपर ने यह भी बताया कि यह एक करोड़ रुपये दिल्ली में जामा मस्जिद के पास लेकर आने हैं.
इसके बाद योगेश के परिवार ने इस मामले की जानकारी योगेश के पिता को दी, जिसके बाद वे कोसली थाने पहुंचे और हरियाणा पुलिस के हेड कांस्टेबल राकेश के साथ अपने बेटे योगेश की तलाश में दिल्ली आ गए. इस दौरान फिरौती की मांग करने वाला शख्स लगातार फोन कर रहा था. 16 और 17 नवंबर की दरमियानी रात करीब 2:00 बजे वो जामा मस्जिद दिल्ली पहुंचे, जहां किडनैपर्स ने उन्हें फिरौती की रकम देने के लिए आने के लिए कहा था. हालांकि, किडनैपर्स वहां पर नहीं पहुंचे और उन्होंने अपनी लोकेशन चेंज कर दी. किडनैपर्स ने अब उनको दिल्ली गेट के पास बुलाया और वहां से दरियागंज आने को कहा.
दोनों किडनैपर फिरौती की रकम लेने पहुंचे
इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम के लिए एक और जगह चुनी. अब योगेश के पिता को दरियागंज में आईसीआईसीआई एटीएम के सामने बुलाया गया. योगेश के पिता एटीएम के सामने पहुंचे, तभी दो लोग फिरौती की रकम लेने के लिए आए. अपहरणकर्ताओं को यह नहीं मालूम था कि उनके लिए जाल बिछाया गया है, तभी योगेश के पिता ने एक किडनैपर को पकड़ लिया, जबकि दूसरा वहां से फरार होने में कामयाब रहा.
पकड़े गए किडनैपर की पहचान तनवीर के रूप में हुई, जो कि बिहार का रहने वाला था. उसने बताया कि यह पूरी प्लानिंग उसने और उसके साथी मोहम्मद शरीफ ने मिलकर रची थी. इतना ही नहीं तनवीर ने यह भी खुलासा किया कि 16 नवंबर को ही दिल्ली के ज्वालापुर इलाके में योगेश का अपहरण करने के बाद गला घोट कर उसकी हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पुलिस की टीम और परिवार ज्वालापुरी पहुंचे, जहां पर योगेश का शव बरामद हुआ. अपहरण और कत्ल का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की.
किडनैपर के पास से मिला योगेश का फोन
पुलिस को पकड़े गए किडनैपर तनवीर के पास से योगेश का मोबाइल फोन मिला. पूछताछ में तनवीर ने खुलासा किया कि उसका साथी मोहम्मद शरीफ भी बिहार का ही रहने वाला है. दोनों पहाड़गंज के अलग-अलग होटलों में काम करते हैं और जल्द पैसा कमाने के लालच में उन्होंने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया. किडनैपिंग की ये पूरी प्लानिंग दोनों ने मिलकर कुछ महीनों पहले की थी. यह दोनों एक शिकार की तलाश में थे.
होटल में काम करते हुए इनकी मुलाकात योगेश से हुई. योगेश की पहाड़गंज में सफल स्टोर के नाम से एक शॉप थी. दोनों योगेश को जानते थे. तनवीर ने पूछताछ में खुलासा किया कि जब यह योगेश से मिलते थे, तब योगेश इन्हें बताता था कि वह अपने गांव का सबसे अमीर आदमी है. इसलिए इन्होंने योगेश के अपहरण का प्लान बनाया. 15 नवंबर को इनको जानकारी मिली कि योगेश दिल्ली आ रहा है, तभी इन्होंने अपने प्लान पर अमल करना शुरू कर दिया. योगेश को किडनैप करने के लिए उन्होंने एक रस्सी और कुछ कपड़े के टुकड़े खरीदें.
गला दबाने से योगेश की हो गई मौत
16 नवंबर को पहाड़गंज पहुंचने के बाद योगेश ने तनवीर को फोन किया. फिर तनवीर और मोहम्मद शरीफ भी पहाड़गंज पहुंच गए. शाम करीब 4:00 बजे सभी ज्वालापुरी के किराए के कमरे पर पहुंचे. वहां पहुंचने के बाद तनवीर और मोहम्मद शरीफ ने योगेश से कहा कि वह अपने परिवार से एक करोड़ रुपये की डिमांड करे. योगेश ने इस बात से इनकार कर दिया और वहां से भागने की कोशिश की. योगेश को रोकने के लिए दोनों ने उसके हाथ पैर बांध दिए और उसका गला दबा दिया. योगेश की मौत हो गई. इसके बाद इन्होंने योगेश के मोबाइल से योगेश की पत्नी अंजलि को फोन कर एक करोड़ रुपये की मांग की.
दूसरा किनैपर भी हुआ गिरफ्तार
जांच में सामने आया है कि आरोपी तनवीर, योगेश के मोबाइल पर 1 नवंबर से 16 नवंबर तक लगातार संपर्क में था. इसके बाद पुलिस ने शरीफ को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. इन दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है. उसे जानने की कोशिश की जा रही है कि इस सनसनीखेज कांड में इनके साथ कोई और तो शामिल नहीं था.
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