India BY Election: छह राज्यों में सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना रविवार(5 नवंबर) को होगी. उपचुनाव वाली इन सीटों में पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के परिवार का गढ़ कही जाने वाली हरियाणा की आदमपुर सीट भी शामिल है. भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई (आदमपुर सीट) और अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी (मोकामा सीट) उन दिग्गज उम्मीदवारों में शामिल है जिनकी किस्मत का फैसला होना है. बिश्नोई बीजेपी जबकि नीलम राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. अनंत सिंह को अयोग्य घोषित किये जाने के बाद बिहार की मोकामा सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा. इसके अलावा बिहार की गोपालगंज सीट, महाराष्ट्र की अंधेरी (पूर्व) सीट, उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ सीट और ओडिशा की धामनगर सीट पर उपचुनाव के नतीजे घोषित होंगे.
किनके बीचे है मुकाबला?
जिन सात सीट पर बीजेपी और क्षेत्रीय पार्टियों के बीच मुकाबला है उनमें से तीन बीजेपी के पास थीं, जबकि दो सीट कांग्रेस के पास थीं. इसी तरह शिवसेना और आरजेडी के पास एक-एक सीट थीं. बिहार के उपचुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपीऔर आरजेडी के बीच है, जबकि हरियाणा में कांग्रेस, आईएनएलडी और आम आदमी पार्टी से मुकबला है. बीजेपी का तेलंगाना में मुकाबला तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) से, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से और ओडिशा में बीजू जनता दल (BJD) से है.
बीजेपी की यह है रणनीति
बीजेपी गोल गोकर्णनाथ सीट और धामनगर सीट बरकरार रखना चाहती है और इसने सहानुभूति पाने के लिए उन मौजूदा विधायकों के बेटों को मैदान में उतारा है जिनके निधन के कारण उपचुनाव हुआ. गोल गोकर्णनाथ सीट बीजेपी विधायक अरविंद गिरि के निधन के कारण छह सितंबर को खाली हुई थी. इस सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा हिस्सा नहीं ले रही हैं, इसलिए सपा उम्मीदवार और गोला के पूर्व विधायक विनय तिवारी और बीजेपी के अमन गिरि के बीच सीधा मुकाबला है.
आदमपुर सीट का महत्व
धामनगर सीट पर इकलौती महिला उम्मीदवार बीजद की अबंती दास हैं, इस सीट पर बीजेपी विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन के कारण उपचुनाव हुआ. बीजेपी ने सेठी के बेटे सूर्यबंशी सुराज को मैदान में उतारा है. भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देकर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने के कारण आदमपुर सीट पर उपचुनाव हुआ. आदमपुर सीट पर साल 1968 से भजन लाल परिवार का कब्जा है. अदामपुर सीट से दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल नौ बार और उनकी पत्नी जस्मा देवी एक बार और उनके बेटे कुलदीप चार बार विधायक रहे.
शिवसेना क्या होगा?
मोकामा सीट पर इसके पहले आरजेडी का कब्जा था, जबकि गोपालगंज सीट आरजेडी के पास थी. मोकामा सीट से बीजेपी पहली बार चुनाव मैदान में है, क्योंकि इसके पहले इसने यह सीट अपने सहयोगियों को दे दी थी. बीजेपी और आरजेडी, दोनों ने ही स्थानीय बाहुबली नेताओं की पत्नी को मैदान में उतारा है. मोकामा सीट से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार सोनम देवी को बनाया है.
बिहार की गोपालगंज सीट से बिहार ने कुसुम देवी को मैदान में उतारा है जो दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी हैं, यहां से आरजेडी के उम्मीदवार मोहन गुप्ता और बसपा उम्मीदवार इंदिरा यादव हैं. इंदिरा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी हैं. अंधेरी (पूर्व) से शिवसेना की रुतुजा लटके के उपचुनाव जीतने के आसार हैं, क्योंकि बीजेपी ने खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया है.
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