By-Election Results 2022: छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे रविवार (6 नवंबर) को जारी किए गए. इनमें बीजेपी (BJP) ने चार सीटों पर जीत हासिल की है. इसके अलावा आरजेडी (RJD), उद्धव ठाकरे की शिवसेना और टीआरएस (TRS) भी एक-एक सीट जीतने में सफल रहीं. सबकी नजरें तेलंगाना की सीट पर थी क्योंकि इस वक्त राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा दक्षिण के राज्यों से गुजर रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस उम्मीदवार को सफलता नहीं मिली. जानिए उपचुनाव के रिजल्ट से जुड़ी बड़ी बातें.
1. रविवार को जिन सीटों के नतीजे घोषित किए गए उनमें- यूपी की गोला गोकर्णनाथ सीट, तेलंगाना की मुनूगोड़े विधानसभा सीट, बिहार की मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीटें, ओडिशा की धामनगर सीट, महाराष्ट्र की अंधेरी (पूर्वी) सीट और हरियाणा की आदमपुर सीट शामिल रही.
2. यूपी की गोला गोकर्णनाथ सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अमन गिरि ने 34 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की. ये सीट अमन के पिता अरविंद गिरि के निधन के कारण खाली हुई थी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के विनय तिवारी को मात दी. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव के तहत पिछली तीन नवंबर को 57.35 फीसदी मतदान हुआ था.
3. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोला गोकर्णनाथ विधानसभा उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए दावा किया कि सरकार ने लोकतंत्र को पराजित किया है. सपा मुख्यालय से जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि मतदाताओं ने 90 हजार से ज्यादा वोट समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को देकर बीजेपी को चुनौती दी है, इस चुनाव में लोकतंत्र की मर्यादाएं तार-तार हुई है. बीजेपी ने चुनाव जीत लेने का दावा मतदान का परिणाम आने से पहले किया था और बीजेपी के पक्ष में चुनाव में जोर जबर्दस्ती कर वोट बटोरे गए. पुलिस ने समाजवादी समर्थकों को घरों से उठाकर भयभीत किया, प्रशासन तंत्र ने बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में काम किया.
4. बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हुए. इनमें सत्तारूढ़ महागठबंधन और विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए मुकाबला बराबरी का रहा क्योंकि दोनों ने एक-एक सीट जीती. इस साल अगस्त में हुई राजनीतिक उथल-पुथल में आरजेडी नीत महागठबंधन के सत्ता में आने और बीजेपी के बाहर होने के बाद से ये उपचुनाव दोनों का पहला शक्ति-प्रदर्शन था. आरजेडी का मोकामा में जीत का अंतर इस बार घट गया, वहीं पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद के गृह जिले गोपालगंज में बीजेपी से शिकस्त मिली.
5. मोकामा के विधायक अनंत कुमार सिंह (आरजेडी) को अयोग्य करार दिए जाने और गोपालगंज के बीजेपी विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण दोनों सीट पर उपचुनाव कराया गया. पिछले विधायकों की पत्नियों ने दोनों सीट पर अपनी-अपनी पार्टियों के लिए जीत हासिल की है. आरजेडी प्रत्याशी और अनंत कुमार सिंह की पत्नी नीलम देवी ने 16,000 से अधिक मतों के अंतर से मोकामा सीट जीत ली.
6. गोपालगंज सीट पर सुभाष सिंह की पत्नी व बीजेपी उम्मीदवार कुसुम देवी ने जीत दर्ज की. राजद उम्मीदवार मोहन प्रसाद गुप्ता 2,000 से कम मतों से हार गए. असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मिलकर जीत के अंतर से दस गुना वोट हासिल किया.
7. तेलंगाना की मुनूगोड़े विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टीआरएस को जीत मिली. सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के उम्मीदवार कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी ने 10 हजार से ज्यादा वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी को हराया. कांग्रेस उम्मीदवार पलवई श्रावंती को 21,243 वोट मिले हैं. यहां का उपचुनाव कांग्रेस के लिए बेहद अहम माना जा रहा था. क्योंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस दौरान दक्षिण भारत के राज्यों में रही. जिसमें तेलंगाना भी शामिल है. हालांकि ये यात्रा भी कांग्रेस के लिए कोई चमत्कार नहीं कर पाई.
8. ओडिशा में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने धामनगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार को 9,881 के अंतर से हराया. धामनगर सीट 19 सितंबर को बीजेपी विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन के कारण रिक्त हुई थी. बीजेपी उम्मीदवार व सेठी के पुत्र सूर्यवंशी सूरज को 80,351 वोट जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी अंबाती दास को 70,470 वोट मिले. कांग्रेस उम्मीदवार बाबा हरेकृष्णा सेठी को केवल 3,561 मत मिले हैं.
9. मुंबई की अंधेरी (पूर्वी) विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार ऋतुजा लटके ने जीत हासिल की. इस साल मई में शिवसेना विधायक और ऋतुजा लटके के पति रमेश लटके के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव हुए. बीजेपी ने उपचुनाव की दौड़ से अपने उम्मीदवार को हटा लिया था जिसके बाद से ये चुनाव महज औपचारिकता भर रह गया था. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना विधायकों के एक तबके के विद्रोह की वजह से जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गिरने के बाद महाराष्ट्र में यह पहला चुनावी मुकाबला था.
10. हरियाणा की आदमपुर सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी को जीत मिली. बीजेपी के भव्य बिश्नोई ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश को करीब 16,000 मतों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की. भव्य बिश्नोई के पिता कुलदीप बिश्नोई हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. कुलदीप बिश्नोई के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी थी. कुलदीप बिश्नोई ने 2019 में यहां बीजेपी की सोनाली फोगाट को हराया था. सोनाली फोगाट का इस साल गोवा में रहस्यमयी परिस्थितियों में निधन हो गया था.
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