(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
By-elections: 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर को होंगे उपचुनाव, 6 नवंबर को जारी किए जाएंगे नतीजे
By-elections: भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार (3 अक्टूबर) को 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. उपचुनाव 3 नवंबर को कराए जाएंगे और नतीजे 6 नवंबर को जारी होंगे.
By-elections 7 Assembly seats in 6 States: हरियाणा (Haryana), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), बिहार (Bihar), महाराष्ट्र (Maharashtra), तेलंगाना (Telangana) और ओडिशा (Odisha) की सात विधानसभा सीटों के लिए तीन नबंवर को उपचुनाव (By-election) कराए जाएंगे. उपचुनाव के परिणाम छह नवंबर को घोषित किए जाएंगे. भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने सोमवार (3 अक्टूबर) को इसकी घोषणा की है.
इन चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथी 14 अक्टूबर है. 17 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे.
जिन निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव कराए जाने हैं, उनमें उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ (Gola Gokaran Nath), हरियाणा की आदमपुर (Adampur), बिहार की मोकामा (Mokama) और गोपालगंज (Gopalganj), महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट (Andheri East), तेलंगाना की मुनुगोडे (Munugode) और ओडिशा की धामनगर (Dhamnagar) सीटें शामिल हैं.
इसलिए इन सीटों पर कराए जा रहे उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट बीजेपी विधायक अरविंद गिरि के निधन के बाद खाली हो गई थी. दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. अरविंद गिरि तीन बार समाजवादी पार्टी से भी विधायक रह चुके थे. बीजेपी में आकर दो बार वह विधानसभा पहुंचे थे.
कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी आदमपुर सीट
हरियाणा की आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई ने इस्तीफा दे दिया था. वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए थे, जिसके बाद सीट रिक्त हो गई थी. बिहार की मोकामा सीट से आरजेडी के अनंत सिंह विधायक थे लेकिन एके-47 रखने के आरोप में उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी.
बिहार में ऐसे रिक्त हो गई थीं दो विधानसभा सीटें
बिहार की गोपालगंज सीट से सुभाष सिंह विधायक थे, वह राज्य की एनडीए सरकार में मंत्री भी बनाए गए. उनके निधन के बाद सीट खाली हो गई थी. महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट सीट से शिवसेना के रमेश लटके विधायक थे, उनके निधन के बाद सीट रिक्त हो गई थी.
ये भी पढ़ें
RSS ने गरीबी को बताया 'दानव' जैसी चुनौती, आय में असमानता और बेरोजगारी पर जताई चिंता