गिरिराज ने कहा बाय-बाय तो किसी ने जताई खुशी, जानें PFI पर बैन लगने के बाद किसने क्या कहा
PFI Ban: गृह मंत्रालय का पीएफआई को बैन करने के आदेश को तमाम राजनेताओं ने ठीक करार किया.
PFI Ban: गृह मंत्रालय ने पीएफआई (PFI) पर कड़ा एक्शन लेते हुए अगले पांच सालों के लिए बैन (Ban) कर दिया है. पीएफआई के खिलाफ बैन की मांग कई राज्यों ने भी की थी. वहीं, एनआईए (NIA) समेत तमाम राज्यों और एजेंसियों ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने पीएफआई को पांच साल के लिए बैन कर दिया है.
पीएफआई के बैन पर तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन को शेयर करते हुए लिखा, बाय-बाय पीएफआई. वहीं, बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने पीएफआई बैन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, PFI कई घटनाओं में शामिल था. ठीक हुआ बैन कर दिया गया. देश को तोड़ने का काम कर रही थी PFI.
BYE BYE PFI pic.twitter.com/aD4kfwCvsu
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) September 28, 2022
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा, पीएफआई जैसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को समाप्त करने के लिए उठाए गए कदम का विश्व हिंदू परिषद स्वागत करती है और आशा करती है की उनके सहयोगी भी इस घटना से सबक लेंगे. अब यह भी सुनिश्चित करना होगा की जिस प्रकार सिम्मी से पीएफआई बना, कोई और ना खड़ा हो जाए.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगियों पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
— Manoj Tiwari 🇮🇳 (@ManojTiwariMP) September 28, 2022
#PFI के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी को बधाई। pic.twitter.com/7RgCxEmR6Q
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगियों पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. पीएफआई के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बधाई.
पीएफआई को बैन करने के कारण...
बता दें, ऑपरेशन ऑक्टोपस के 2 राउंड में NIA, ATS और राज्य पुलिस को PFI के मिशन 2047 से जुड़े ऐसे ऐसे सबूत मिले हैं जो इस ऑर्गेनाइजेशन पर बैन की वजह माने जा सकते हैं. इनमें, हिंदुस्तान को सिविल वॉर में झोंकना, 2047 तक ऑपरेशन गजवा-ए-हिंद को पूरा करना और हिंदुस्तान में इस्लामिक शासन लागू करना हैं.
बैन करने का आ गया था समय- सीएम बसवराज बोम्मई
कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा, यह इस देश के लोगों द्वारा, सीपीआई, सीपीएम और कांग्रेस जैसे विपक्ष सहित सभी राजनीतिक दलों द्वारा लंबे समय से मांग की गई थी. पीएफआई देश विरोधी गतिविधियों, हिंसा में शामिल था. देश के बाहर उनकी कमान थी. इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने का समय आ गया था. भारत सरकार ने सही फैसला लिया है. यह सभी राष्ट्र विरोधी समूहों के लिए एक संदेश है. मैं लोगों से ऐसे संगठनों से नहीं जुड़ने का आग्रह करता हूं.
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