BYJU’s Resignation: बेंगलुरु की दिग्गज ऑनलाइन एजुकेशन कपंनी बायजू फिर से एक बार सुर्खियों में है. केरल के तिरुवनंतपुरम में बड़े पैमाने में छंटनी की खबर सामने आने के बाद अब अपने गृह शहर में ही इसी तरह के आरोपों का सामना कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कर्मचारियों को तुरंत इस्तीफा देने या बर्खास्तगी का सामना करने की बात सामने आ रही है.


कर्नाटक के राज्य आईटी/आईटीएस कर्मचारी संघ यानी केआईटीयू का कहना है कि बायजू अपने बेंगलुरु मुख्यालय में कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है. केआईटीयू के सचिव सूरज निधियंगा ने मीडिया को बताया कि बायजू के कर्मचारी इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं लेकिन उन्हें मजबूर किया जा रहा है. कंपनी का एचआर विभाग कर्मचारियों से जबरदस्ती इस्तीफा लेने में जुटा हुआ है.


केरल में भी हुई बड़े पैमाने पर छंटनी


हालांकि, उनका ये भी कहना है कि कंपनी की ओर से छंटनी से संबंधित कोई लिखित सूचना नहीं मिली है. पिछले एक सप्ताह से एचआर विभाग, कर्मचारियों को बुलाकर स्वेच्छा से इस्तीफा देने को कह रहा है. तिरुवनंतपुरम कार्यालय में बड़े पैमाने पर छंटनी के बाद जब मीडिया का ध्यान आकर्षित हुआ और बर्खास्त कर्मचारियों ने केरल के श्रम मंत्री शिवंकुट्टी से मुलाकात की तो बायजू की प्रबंधन टीम ने कुछ कर्मचारियों को स्थानांतरण करने का विकल्प दिया है.


क्या कहना है बायजू का?


तो वहीं बायजू कंपनी का कहना है कि ये बिल्कुल गलत है कि बायजू अपने कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर रही है. बायजू एक जिम्मेदार संगठन है और देश के सभी कानूनों का पालन करती है. बायजू पूरे भारत में लगभग 50,000 लोगों को रोजगार देती है. लाभकारी और स्थायी रूप से बढ़ने के लिए बायजू की वर्तमान रणनीतिक योजना के हिस्से के रूप में इन पदों में से लगभग पांच प्रतिशत या 2500 को युक्तिसंगत बनाया जा रहा है.


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