By-Election In 6 States: विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A.) इस साल के आखिर में होने वाले महत्वपूर्ण राज्यसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बड़े दावे कर रहा है. आज मंगलवार (5 सितंबर) को 6 राज्यों की 7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में विपक्ष के दावों और उसकी ताकत का लिटमस टेस्ट होने जा रहा है.


आज जिन सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं, उनमें उत्तर प्रदेश की घोसी, पश्चिम बंगाल की धुपगुड़ी, झारखंड की डुमरी, त्रिपुरा की धनपुर और बोक्सानगर, उत्तराखंड की बागेश्वर और केरल की पुटुपल्ली सीट शामिल है. चुनाव के नतीजे शुक्रवार (8 सितंबर) को आएंगे. इन सभी सीटों पर विपक्षी एकता की अग्निपरीक्षा है. आइए इन सीटों को सिलसिलेवार समझ लेते हैं.


घोसी उपचुनाव


उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट दारा सिंह चौहान के इस्तीफे की वजह से खाली हुई है. उत्तर प्रदेश के ओबीसी नेताओं में शुमार दारा सिंह चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से जीत हासिल की थी, लेकिन कुछ दिनों पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. वे पहले भी बीजेपी में रहे हैं और योगी सरकार पार्ट-1 में मंत्री भी बनाए गए थे. बीजेपी ने इस सीट पर चौहान को ही मैदान में उतारा है. उन्हें एनडीए में शामिल दूसरे दलों का समर्थन है. समाजवादी पार्टी ने इस बार यहां से सुधाकर सिंह को टिकट दिया है. इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां समाजवादी पार्टी उम्मीदवार को समर्थन कर रही हैं.


धुपगुड़ी में दिलचस्प है मुकाबला


पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी उपचुनाव में त्रिकोणीय समीकरण बने हुए हैं. वैसे तो ममता बनर्जी, वामपंथी पार्टियां और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन उपचुनाव के लिए एक सीट पर साझा उम्मीदवार पर सहमति नहीं बना पाईं. टीएमसी ने यहां से निर्मल चंद्र राय को मैदान में उतारा है, जबकि सीपीएम ने ईश्वर चंद्र राय पर भरोसा जाता है, जिन्हें कांग्रेस का भी समर्थन है.


इस सीट पर 2016 में टीएमसी जीती थी, लेकिन 2021 ने बीजेपी ने ये सीट छीन ली. बीजेपी के बिष्णु पद राय ने यहां से जीत हासिल की थी. उनके निधन के चलते इस सीट पर चुनाव हो रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट से तापसी राय को उम्मीदवार बनाया है. 


धनपुर और बोक्सानगर


त्रिपुरा की इन दो विधानसभा सीटों पर विपक्षी गठबंधन और सत्ताधारी बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. इसी साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 में दमदार प्रदर्शन करने वाली टिपरा मोथा ने खुद को उपचुनाव से दूर रखा है. वहीं, कांग्रेस ने भी उम्मीदवार न उतारकर दोनों सीटों पर सीपीआईएम उम्मीदवार को समर्थन दिया है. हालांकि, शुरुआत में दोनों के बीच तनाव की खबरें आई थीं. कांग्रेस ने कहा था कि उनसे बिना सलाह के सीपीआईएम ने कैंडीडेट घोषित कर दिए थे.


मुस्लिम बहुल आबादी वाली इस सीट पर बीजेपी ने तफज्जल हुसैन को उम्मीदवार बनाया है. बीते चुनाव में भी हुसैन बीजेपी के टिकट पर लड़े थे, लेकिन हार गए गए थे. आज भी लेफ्ट का गढ़ समझी जाने वाली इस सीट पर सीपीआईएम ने मिजान हुसैन को उतारा है. वहीं, धनपुर में बीजेपी के बिंदू देबनाथ और सीपीआईएम के कौशिक देबनाथ के बीच मुकाबला है.


झारखंड की डुमरी सीट


झारखंड के डुमरी में इंडिया ब्लॉक की उम्मीदवार बेबी देवी और एनडीए की यशोदा देवी में मुकाबला है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) का दावा है कि इंडिया गठबंधन डुमरी से अपनी जीत की यात्रा शुरू करेगा, जबकि एनडीए का कहना है कि वह जेएमएम से सीट छीनने के लिए पूरी तरह तैयार है.


अप्रैल में पूर्व शिक्षा मंत्री और जेएमएम विधायक जगरनाथ महतो के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. महतो 2004 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.


पुथुपल्ली में कांग्रेस-CPIM आमने-सामने


पश्चिम बंगाल में कांग्रेस-सीपीआईएम साथ आए लेकिन केरल की पुथुपल्ली सीट पर दोनों के बीच सहमति नहीं बनी. पुथुपल्ली सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री रहे ओमन चांडी के निधन के चलते खाली हुई. यहां कांग्रेस ने ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, सत्ताधारी लेफ्ट मोर्चा ने जैक सी थॉमस पर फिर भरोसा जताया है. थॉमस 2016 और 2021 में ओमन चांडी के हाथों हार चुके हैं. इस सीट पर बीजेपी ने जी लिजिनलाल को टिकट दिया है.


बागेश्वर में बीजेपी-कांग्रेस का मुकाबला


उत्तरखंड की बागेश्वर सीट चार बार विधायक रहे बीजेपी नेता चंदन दास के निधन के चलते खाली हुई है. बीजेपी ने यहां चंदन दास की पत्नी पार्वती दास को मैदान में उतारा है. यहां बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस के बसंत कुमार से है. दिलचस्प बात ये है कि समाजवादी पार्टी ने भी यहां उम्मीदवार उतारा है. सपा ने भगवती प्रसाद को टिकट दिया है.


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