C Voter Survey on Delhi Liquor Policy: दिल्ली में इन दिनों शराब नीति को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. इस शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के ठिकानों पर सीबीआई ने पिछले दिनों छापेमारी की. आप ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है. वहीं दिल्ली बीजेपी का कहना है कि इस शराब नीति के तहत गली-गली में ठेके खोले गए और भ्रष्टाचार किया गया.
इस बीच एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या दिल्ली में गली-गली ठेके खोलने का फैसला सही था? इस पर 20 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं 80 फीसदी ने नहीं कहा.
सीबीआई ने पिछले दिनों की थी छापेमारी
बता दें कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 17 नवंबर, 2021 से लागू आबकारी नीति के कार्यान्वयन में कथित प्रक्रियात्मक चूक और नियमों के उल्लंघन की जांच की पिछले महीने सिफारिश की थी. इसके बाद सीबीआई ने सिसोदिया के आवास सहित 31 ठिकानों पर छापे मारे थे.
सक्सेना द्वारा जांच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार ने जुलाई में यह नीति वापस ले ली थी. बीजेपी का आरोप है कि इस नीति की वजह से जगह-जगह शराब की दुकानें खोली गई और इसमें भ्रष्टाचार हुआ. वहीं आम आदमी पार्टी (आप) इन आरोपों को सिरे से नकारती रही है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए देश के शीर्ष सम्मान, भारत रत्न के हकदार हैं, लेकिन इसके बजाय केंद्र उन्हें परेशान कर रहा है.
नोट: दिल्ली में शराब नीति के विवाद पर abp न्यूज के लिए ये त्वरित सर्वे C-voter ने किया है. इस सर्वे में 2102 लोगों से हिस्सा लिया. सर्वे के नतीजे लोगों की व्यक्तिगत राय पर आधारित हैं. इससे abp न्यूज का कोई लेना-देना नहीं है.