नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राजधानी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर विरोध जारी है. देश के दूसरे राज्यों में भी इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया हुआ है. दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया तो यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र सड़कों पर उतरे. जामिया के छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की है. इस बीच एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से बच्चों को मारा पीटा जा रहा है वह गलत है.


चिराग पासवान ने ट्वीट किया, ''ग़लत है जिस तरह से छात्र-छात्राओं को धर्म जात की राजनीति में मोहरा बनाया जा रहा है. जिस तरह से बच्चों को मारा पीटा जा रहा है वह भी ग़लत है. आग्रह करूंगा की केंद्र सरकार बच्चों से संवाद कर उनकी चिंताओ को दूर करे.'' अपने एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ''आलोचना लोकतंत्र की ख़ूबसूरती है लेकिन किसी भी बिल को बिना पढ़े विरोध करना लोकतंत्र का हिस्सा नहीं है. सरकार के सही फ़ैसलों के साथ पार्टी खड़ी है.''





इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''लोक जनशक्ति पार्टी ने हमेशा सच और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी है. लोक जनशक्ति पार्टी कभी भी ग़लत का साथ नहीं देगी. हमने हमेशा अल्पसंख्यको के हितों की रक्षा की है और करेंगे. लोक जनशक्ति पार्टी ने हर उस बिल या फ़ैसले का विरोध किया है या प्रश्न उठाए है जो हमें देश हित में ना लगे हो.''


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उधर आज है कि जामिया के बाद आज दिल्ली के सीलमपुर इलाके में नागरिकता संसोधन कानून को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने पुलिस पर पत्थबाजी भी की. इसमें कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. इसके अलावा दिल्ली स्थित गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया. चेन्नई में मद्रास यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया.


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