नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग में करीब दो महीने से प्रदर्शन किया जा रहा है. इस प्रदर्शन में बाहर से आकर भी लोग अपना भाषण देते है, लेकिन कई बार कुछ लोग शाहीन बाग के मंच से विवादित भाषण भी दे देते है, मंच से कोई विवादित भाषण ना दे इसके लिए शाहीन बाग के प्रोटेस्ट को चला रहे लोगों ने स्पीच देने का एक फॉरमेट तैयार किया है.
इस फॉरमेट को बनाने वाले दीपांशु साहू ने बताया, "इसको बनाने का मकसद सिर्फ इतना है कि मंच से कोई गलत बयान ना दे, ऐसा भाषण ना दे जिससे शाहीन बाग बदनाम हो." दीपांशु ने आगे बताया, "स्पीच वाले फॉरमेट में ऐसा नहीं लिखा कि भाषण देने के लिए दसवीं पास होना जरूरी हो, दरअसल सोशल मीडिया पर शाहीन बाग को लेकर कई विवादित वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसी को लेकर शाहीन बाग के प्रदर्शन को संभाल रहे लोगों ने ये फॉरमेट बनाया है."
वहीं अब जो भी शख्स शाहीन बाग में भाषण देने आता है उसे इस फॉर्म को भरना होता है. जो शर्ते उसमें लिखी है अगर वो उन शर्तो को मानता है तो उसे ही भाषण देने दिया जाएगा. शाहीन बाग के मंच से कोई विवादित बयान ना दिया जाए इसलिए ये व्यवस्था की गई है.
फॉर्म में लिखी शर्तें
"कोई भी वक्तव्य जो संविधान के खिलाफ हो ऐसा भाषण देना प्रतिबंधित है, विवादित भाषण ना दिया जाए, असंवैधानिक नारा ना लगाया जाए, जाति धर्म और संप्रदाय के खिलाफ कोई भी भाषण ना दिया जाए, भारत के किसी राज्य और स्थान को अलग करने संबंधित कोई भाषण ना दिया जाए."
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