लखनऊ: नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के बाद इस बार सरकार पूरी तरह से चौकस दिख रही है. हिंसा को रोकने के लिए पुलिस की टीम पहले से ही सड़कों पर गश्त करते दिखाई दे रही है. जगह-जगह पुलिस बैरिकेटिंग कर मौजूदा स्थिति पर नजर रखी जा रही है. किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए एहतियातन यूपी के कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है.
पुलिस जीप में लगाई आग तो भरना पड़ेगा 7.50 लाख रुपये
इस बीच प्रशासन ने बताया है कि हिंसा के दौरान अगर उपद्रवी पुलिस की जीप में आग लगा देते हैं तो उनसे जुर्माने के रूप में 7.50 लाख रुपये वसूले जाएंगे. प्रशासन ने पुलिस मोटरसाइकिल की क्षति को लेकर भी जुर्माना लगाया है.
इसके अलवा वायरलेस सेट, हूटर, लाउड स्पीकर तोड़ने पर प्रदर्शनकारियों को 31,500 रुपये का जुर्माना भरना होगा. अगर प्रदर्शन के दौरान पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ा जाता है या उसे नुकसान पहुंचाया जाता है तो उसे जुर्माने के तौर पर 3.5 लाख रुपये भरने पड़ेंगे.
28 आरोपियों को 14.86 लाख का नोटिस
इस बीच पिछले हफ्ते हिंसा के कारण हुए नुकसान के बाद यूपी प्रशासन ने आरोपियों को रिकवरी का नोटिस भेजना शुरू कर दिया है. पुलिस ने रामपुर में 28 आरोपियों के खिलाफ रिकवरी का नोटिस भेजा है.
प्रशासन की ओर से भेजे गए इन आरोपियों से करीब 14.86 लाख रुपया जुर्माना वसूला जाएगा. प्रशासन ने यह कदम राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद उठाया है. बयान में सीएम योगी ने कहा था कि हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति को कुर्क करके नुकसान की भरपाई की जाएगी.
हिंसक प्रदर्शन की होगी SIT जांच
यूपी में पिछले हफ्ते हुई हिंसा को लेकर अबतक कुल 1113 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने 5500 से ज्यादा लोगों हो हिरासत में लेकर पूछताछ की है. डीजीपी ओपी सिंह ने हिंसक प्रदर्शनों की एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं.
इंटरनेट कहां-कहां बंद
लखनऊ में समय सीमा के बिना रोक, मुरादाबाद में रात 8 बजे तक, अमरोहा में शाम 6 बजे तक, संभल में आज इंटरनेट बंद, गाजियाबाद में रात 10 बजे तक, मेरठ में रात 8 बजे तक, कानपुर में रात 9 बजे तक, सीतापुर में अगले आदेश तक, शामली में शाम 6 बजे तक, बुलंदशहर में कल सुबह 5 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा.
वहीं सहारनपुर में कल शाम तक, फिरोजाबाद में शाम 6 बजे तक और मथुरा शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है. जगह-जगह फ्लैगमार्च किया जा रहा है. जिलों के वरिष्ठ अधिकारी मौलानाओं और मुस्लिम संगठनों के नेताओं से मुलाकात कर शांत रहने की अपील कर रहे हैं.