राजगढ़ (MP): मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के पक्ष में निकाली गई रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों में झड़प हो गई. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने चांटे मारे.


इससे नाराज प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों अधिकारियों से भी बदसलूकी की और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा की चोटी खींचने के साथ-साथ उसके कमर में लात मारी. इस सारी घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हो गये हैं. हालांकि, डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने बताया कि हमने कोई हाथापाई नहीं की है.


वहीं, बीजेपी ने इन दोनों अधिकारियों द्वारा सीएए के समर्थकों को पीटे जाने पर कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा. इसके अलावा, बीजेपी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.


डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने बताया, ‘‘हमने कोई हाथापाई नहीं की है. उन लोगों (प्रदर्शनकारियों) ने हमारे साथ बदसलूकी की. हम लोग हमारी ड्यूटी कर रहे हैं. जिले में धारा 144 लगी है. उसका उल्लंघन न हो और जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं.’’






उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गई थी. हम लोग बेसिकली राजगढ़ में रहते हैं. सुबह से हमारी ब्यावरा में ड्यूटी लगाई गई थी. हम अपने-अपने तैनाती स्थल पर तैनात थे. उधर से भीड़ आई. उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की. मेरी पीछे से एक व्यक्ति ने चोटी खींच दी और एक व्यक्ति ने मेरी कमर में बहुत तेज लात भी मारी. उसके बाद ये सब कुछ हुआ है. यह दोपहर करीब दो-ढाई बजे की बात है.’’


प्रिया ने बताया कि उसके बावजूद हम लोगों ने बोला की आप लोग यहीं बैठ जाइये. इतनी सारी वो भीड़ थी. हम 8-10 लोग ही थे. मैंने उनसे निवेदन किया कि आप लोग यहीं बैठ जायें. कुछ लोग बैठ भी गये थे. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर आज ब्यावरा में कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ.


प्रिया ने बताया, ‘‘हमने दो लोगों पर प्राथिमिकी भी दर्ज कराई है. इन दोनों ने मेरे साथ बदतमीजी की थी. उनकी पहचान कर ली गई है. एक का नाम भूपेन्द्र सिंह है. उसने मुझे लात मारी थी. वहीं, दूसरे व्यक्ति ने मेरे बाल खींचे थे. उसका फोटो आ गया है लेकिन अब तक मिल नहीं पाया है.’’ उन्होंने कहा कि ब्यावरा में स्थिति अब शांतिपूर्ण है.


इसी बीच, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा. आज राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घसीटा और चांटे मारे, उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता. क्या उन्हें प्रदर्शनकारियों को पीटने का आदेश मिला था?’’





उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में शासन-प्रशासन द्वारा कांग्रेस सरकार की चाटुकारिता के नये आयाम गढ़े जा रहे हैं. सरकार के तुगलकी फरमानों पर अमल में कौन रेस में पहले आता है, इसकी होड़ लगी है. कुछ अधिकारी भूल गए हैं कि वे किसी पार्टी के हुक्म बजाने के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिये पद पर हैं.’’


चौहान ने लिखा, ‘‘कलेक्टर मैडम, आप यह बताइये कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पीटने और घसीटने का अधिकार आपको मिला है? सरकार कान खोलकर सुने ले, मैं किसी भी कीमत पर मेरे प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा.’’


मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि राजगढ़ के ब्यावरा में सीएए समर्थन रैली में नागरिकों पर प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज किया गया और इसकी निंदा भी की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.