बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बुधवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए दो लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की राज्य सरकार की घोषणा वापस ली जाती है.
मुख्यमंत्री ने दक्षिण कन्नड़ जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा,‘‘पुलिस गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजन को अनुग्रह राशि देने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है क्योंकि अपराधियों को अनुग्रह राशि देना अपने आप में अक्षम्य अपराध है.’’
उन्होंने कहा,‘‘पहले सरकार ने अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया था लेकिन अब हमने इसे वापस ले लिया है.’’ मुख्यमंत्री केरल से मंगलवार रात को लौटे और उन्होंने रात से ले कर सुबह तक अधिकारियों के साथ कई बैठके कीं. उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस को 19 दिसंबर को दंगा करने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘अब यह स्पष्ट है कि यह (मंगलुरु दंगा) षड़यंत्र था. लोगों ने पुलिस थाने के शस्त्रागार (हथियार रखने की जगह) में घुसने की कोशिश की. हम किसी को नहीं बख्शेंगे.’’ उन्होंने निराधार आरोप लगाने के लिये विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि जब दिमाग नहीं काम करता है तब विपक्षी सदस्य इसी प्रकार की बात करते हैं.
यह पूछे जाने पर कि विपक्ष मुख्यमंत्री और गृह मंत्री बसवराज बोम्मई पर पुलिस गोलीबारी का आरोप मढ़ रहा है इस पर उन्होंने कहा कि बात के स्पष्ट साक्ष्य है कि आगजनी और लूट में उनका (दंगाइयों) हाथ है.