नोएडा: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के उत्तर पूर्वी हिस्से में अलग अलग जगहों पर हिंसा को देखते हुए नोएडा में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) संकल्प शर्मा ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली- नोएडा सीमा पर पुलिस सघन जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात से ही नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं, वाहनों की जांच जारी है और पुलिस के आला अधिकारी रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.


पुलिस उपायुक्त शर्मा ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है.डीसीपी ने बताया कि गुप्तचर एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है तथा संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है.


गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन ने दिल्ली से सटे इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है. गाजियाबाद जिला अधिकारी ने बताया कि पूरे जिले को 18 जोन और 56 सेक्टरों में बांटा गया है. हर जोन में मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. इसके अलावा पुलिस भी लगाई गई है. गाजियाबाद के जिलाधिकारी एसएसपी समेत तमाम अधिकारी बॉर्डर से लगे इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं. इसके अलावा पीएससी और बाकी फोर्स भी लगाया गया है. मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने भी बॉर्डर इलाके का जायजा लिया है.



दिल्ली में बीते 30 सालों की सबसे बड़ी हिंसा, 7 लोगों की मौत, 70 जख्मी


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएए समर्थकों और सीएए विरोधियों के बीच हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शहीद हो गए हैं. हिंसा में लगभग 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आज सुबह भी हिंसा व पत्थरबाजी की कई छिटपुट वारदातें होती रही. मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, गोकुलपुरी, बृजपुरी समेत कई इलाकों में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है. इसके बाद भी कई इलाकों में आपसी भिड़ंत व एक दूसरे पर पत्थरबाजी की घटनाएं अभी भी हो रही हैं. दिल्ली में इतनी बड़ी हिंसा लगभग तीस साल बाद हुई है.


दिल्ली हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह ने की हाई लेवल बैठक
पिछले दो दिनों में दिल्ली में बढ़ी हिंसा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय में सुरक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल, आईबी चीफ अरविंद कुमार, होम सेक्रेटरी अजय कुमार भल्ला, दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक समेत भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा व अन्य मौजूद रहे.


बैठक में सामूहिक रूप से इस बात पर सहमति तैयार हुई की राजनीति से ऊपर उठकर सभी दल दिल्ली में शांति बहाली के लिए प्रयास करें. दिल्ली पुलिस को भी हिंसा की रोकथाम के लिए विशेष एहतियात बरतने को कहा गया है. गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर पिछले ढाई महीने से दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन चल रहे हैं, लेकिन पिछले दो दिनों से पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा, मौजपुर, सीलमपुर में हिंसा बढ़ गई.


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