Citizenship Amendment Act: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू करने की अधिसूचना जारी होने के बाद दिल्ली के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन की आशंका है. इसे देखते हुए पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए खास तैयारियां की है.
 दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जोन के डिप्टी कमिश्नर जॉय टिर्की ने कहा कि 2020 के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई परेशानियों के मद्देनजर इस बार खास सतर्कता बरती जा रही है. न्यूज एजेंसी ANI से खास बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के जरिए विशेष नजर रखी जाएगी.


क्या है पुलिस की तैयारी?
 डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा,, "हमने नॉर्थ ईस्ट जिले में खास व्यवस्था की है. 2020 में हमारा अनुभव अच्छा नहीं था जिसके परिणामस्वरूप भारी नुकसान हुआ था. सीएए नियमों को आज अधिसूचित किया गया है. इसे लेकर हमें पुलिस मुख्यालय द्वारा पहले ही सतर्क किया गया था."


उन्होंने बताया कि इलाके की अमन कमेटी के साथ बैठक हुई है. यहां दोनों समुदायों ( हिंदू-मुस्लिम) के लोगों को समझाया है. हमने संभावित उपद्रवियों और कुछ ज्ञात अपराधियों को चिह्नित किया है. हम अपने बीट कांस्टेबलों के संपर्क में हैं और सोशल मीडिया पर भी नजर रख रहे हैं. उन्होंने बताया कि इलाके में शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए फ्लैग मार्च कर रहे हैं. कल (मंगलवार) से व्यापक फ्लैग मार्च किया जाएगा. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के जरिए विशेष नजर रखी जाएगी.


 





इन इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता


 दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि सीएए को लेकर सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. 2020 के दौरान इन्हीं क्षेत्रों में अधिक प्रदर्शन हुए थे. बता दें कि 2020 में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की वजह से पूरी दिल्ली में जाम की स्थिति बन गई थी. सोमवार को जब केंद्र सरकार ने सीएए को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है तो एक बार फिर दिल्ली के इन इलाकों में विरोध प्रदर्शन की आशंका बनी हुई है. इसके लिए पुलिस पहले से अलर्ट पर है.


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