नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा में आज पेश किया जाएगा. दोपहर 2 बजे से इस बिल पर चर्चा शुरू होगी. बिल पास होने को लेकर सरकार आश्वस्त दिख रही है तो वहीं विपक्ष की कोशिश है कि बिल राज्यसभा में पास न हो पाए. बिल पर चर्चा के लिए 6 घंटे का समय तय किया गया है. बिल को लेकर राज्यसभा में जेडीयू और शिवसेना का रुख बहुत ही दिलचस्प होगा. क्योंकि, राज्यसभा में बिल पेश होने से पहले ही दोनों ही पार्टियों में अलग-अलग सुर दिखने लगे हैं.


राज्यसभा में बिल पास करवाने को लेकर बीजेपी के पास अकेले बहुमत नहीं है. ऐसे में बीजेपी को सहयोगी पार्टियों की जरूरत होगी. बिल पास करवाने और राज्यसभा में तय मानक से कम सदस्य होने के कारण बीजेपी ने राज्यसभा सासंदों के लिए व्हिप जारी कर दिया है.


राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर समर्थन को लेकर शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना तब तक बिल का समर्थन नहीं करेगी, जब तक कि पार्टी की ओर से लोकसभा में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं मिल जाता.


राज्यसभा का गणित


अभी राज्यसभा में सांसदों की कुल संख्या 240 है. यानी बिल पास करवाने के लिए 121 सांसदों का समर्थन चाहिए. एनडीए के पास 116 सांसदों का समर्थन है. बीजेडी के 7 सांसद बिल के समर्थन में वोट करेंगे. वाईएसआर कांग्रेस के 2 सांसद भी बिल का समर्थन कर सकते हैं. यानी एनडीए को 125 सांसदों का समर्थन मिलता दिख रहा है.


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मौजूदा समीकरण बदल भी सकता है क्योंकि 6 सांसदों वाले जेडीयू में बिल को लेकर मतभेद सामने आ चुका है. इसी तरह उद्धव ठाकरे ने राज्यसभा में समर्थन के लिए नए इशारे किए हैं. वहीं टीआरएस के 6 सांसद बिल के विरोध में वोट करेंगे.


लोकसभा में पास हो चुका है बिल


बता दें कि देर रात सोमवार को लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल को पास कर दिया गया था. भारी हंगामे और मतविभाजन के बाद इस बिल के पक्ष में जहां 311 वोट पड़े थे तो वहीं विपक्ष में 80 सांसदों ने मतदान किया था.


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