कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक अमेज़न और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट जैसे ई पोर्टल के कथित अनप्रोफेशनल आचरण और उनके खिलाफ ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और कम्पटीशन कॉमिशन ऑफ इंडिया की चल रही जांच के मद्दे नज़र कैट अपने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन ‘भारत ई मार्किट’ को महा शिवरात्रि के मौक़े पर नई दिल्ली में लांच करेगा.
कैसा होगा ‘भारत ई मार्किट’ का स्वरूप
‘भारत ई मार्किट’ पूर्ण रूप से एक क्रांतिकारी 'फिजिटल' मॉडल है, जिसमे ऑफलाइन रिटेल और आधुनिक डिजिटल टेक्नोलॉजी का बेहतरीन संयोजन है. ये पूरी तरह व्यापारियों का, व्यापारियों द्वारा और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए ही बनाया गया है. कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि कैट भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक संगठन है जो 40 हजार से अधिक व्यापारिक एसोसिएशनों के माध्यम से 8 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है. कैट के पोर्टल की उपभोक्ता ऑनबोर्डिंग एप्लिकेशन को भी जल्द ही लॉन्च किया जाएगा.
विदेशी ई-कॉमर्स पोर्टलों के ख़िलाफ़ है कैट
प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि “कैट विदेशी वित्त पोषित ई-कॉमर्स पोर्टलों के खिलाफ सबसे अधिक मुखर रहा है और लंबे समय से सरकारके नियमों और कानूनों की धज्जियां उड़ाने के लिए उन पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है, जो अनैतिक मूल्य निर्धारण, लॉस फंडिंग , गहरी छूट, और सूची नियंत्रण आदि में लिप्त हैं”
विदेशी बनाम देशी पोर्टल
कैट के अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि भारत ई मार्किट जो विशुद्ध रूप से "भारतीय " है और ये स्वदेशी पोर्टल विदेशी बहुराष्ट्रीय दिग्गजों के साथ नैतिक रूप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए भारत के 8 व्यापारियों को समान स्तर का प्लेटफार्म प्रदान करेगा. भारत ई मार्किट एक अनूठा ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म है जहां व्यापारियों को अब अपने पुराने स्थापित ग्राहकों को डिजिटल रूप से सेवा करने का अवसर मिलेगा, जिनके साथ वे वर्षों से व्यापार कर रहे हैं.
‘भारत ईमार्केट’ पर सामान होगा सबसे सस्ता
कैट का दावा है कि भारतीय ऑफ़लाइन व्यापारियों को किसी भी स्तर पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का डर नहीं है. ‘भारत ईमार्केट’ के साथ वे हर भारतीय घर तक पहुंचने में सक्षम होंगे और बहुत कम समय सीमा में माल की डिलीवरी करने में सक्षम होंगे. कैट ने ये भी दावा किया है कि ‘भारत ईमार्केट’ सबसे सस्ती दरों पर सामान और सेवाएं प्रदान करेगा जो उपभोक्ताओं के लिए बेहद फायदेमंद होगा.
दो साल में जुड़ेंगे एक करोड़ विक्रेता
कैट के अनुसार भारत के बढ़ते ई-कॉमर्स स्पेस में भारतईमार्केट गेम चेंजर साबित होगा. अब समय आ गया है कि देश के प्रत्येक रिटेलर को अपनी वास्तविक ताकत का अहसास कराया जाए और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उतरने के लिए प्रेरित किया जाए जिससे वे वास्तविक संभावनाओं का लाभ उठा सकें. भारत ई मार्किट का लक्ष्य 31 दिसंबर 2021 तक कम से कम सात लाख विक्रेताओं को ऑन बोर्ड करना और 31 दिसंबर, 2023 तक एक करोड़ विक्रेताओं को जोड़ कर चीन के अलीबाबा को पछाड़कर इसे दुनिया का सबसे बड़ा बाज़ार बनाना है, जिसमें लगभग 80 लाख विक्रेता मौजूद हैं.
विदेशी कम्पनियों पर कैट के आरोप
कैट ने भारत के ई-कॉमर्स बाजार के वर्तमान गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसका कारण बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ हैं जिन्होंने सरकार के एफडीआई मानदंडों को पूरी तरह से विफल कर दिया है और अपने स्वार्थी उद्देश्यों के लिए अनैतिक व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ावा देकर ई-कॉमर्स के स्वस्थ वातावरण को बर्बाद कर दिया है.
अभी थोड़े से विक्रेताओं की है मोनोपली
कैट ने कहा कि हालिया रिपोर्ट ने यह साबित कर दिया कि केवल मुट्ठी भर विक्रेता ही अमेजन पर कारोबार को नियंत्रित कर रहे हैं, और ये कैट के दावे का सबसे बड़ा आधार है. भारत के ई-कॉमर्स व्यापार को रेगुलेट करने और सुधारने का अधिकार सरकार के अधिकारियों के पास है और हम आशा करते हैं कि बहुत जल्द ही उपयुक्त नीतियां और नियामक तंत्र लागू हो जाएंगे. कैट को सरकार द्वारा एफडीआई नीति, 2016 के प्रेस नोट नंबर 2 की जगह एक नए प्रेस नोट के जारी होने का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि यह भारत के ई-कॉमर्स परिदृश्य के लिए एक मजबूत कड़ी साबित होगा.
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