नई दिल्लीः उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की किताब 'मूविंग आन मूविंग फारवर्ड, ए इयर इन ऑफिस' का विमोचन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. इस किताब के लॉन्च के मौके पर आज पीएम मोदी ने इशारों -इशारों में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज अनुशासन की बात कहने पर विपक्ष अलोकतांत्रिक, तानाशाह करार दे देता है. पीएम मोदी ने इसके अलावा कहा कि अगर हम अनुशासन की बात करते हैं तो कहा जाता है कि कड़ाई की जा रही है, ऑटोक्रेसी की बात की जाती है.


उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उपराष्ट्रपति के तौर पर अपने एक साल कार्यकाल के अनुभवों का संकलन कर पुस्तक का रूप दिया है और आज इस किताब के विमोचन के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे. मनमोहन सिंह ने इस बुक लॉन्च के मौके पर वेंकैया नायडू के लिए एक शायरी भी पढ़ी. पीएम मोदी ने कहा कि वेंकैया नायडू ने जीवन भर अनुशासन का पालन किया और वो इसका बेहतरीन उदाहरण हैं.


पीएम मोदी ने कहा कि वेंकैया नायडू बेहद अनुशासित व्यक्ति हैं लेकिन आज हमारे देश में ऐसी स्थिति है कि अनुशासन की बात कहने पर इसे आसानी से अलोकतांत्रिक करार दे दिया जाता है. अगर कोई अनुशासन सुधारने की बात कहता है तो उसे निरंकुश की उपाधि दे दी जाती है. ऐसे शब्दों का पूरा शब्दकोश खोल दिया जाता है.





इस मौके पर पीएम मोदी ने एक पुराना किस्सा भी सुनाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी वेंकैया नायडू को मंत्रालय देना चाहते थे और तब वेंकैया नायडू ने कहा था कि वो ग्रामीण विकास का मंत्रालय संभालना चाहते हैं, वो दिल से एक किसान हैं और कृषि और किसानों के विकास के लिए ठोस काम करना चाहते हैं. वेंकैया नायडू को जो भी जिम्मेदारी दी गई उन्होंने उसे पूरी निष्ठा से निभाया और हर कार्य को उन्होंने सहजता से पूरा किया.