नई दिल्ली: यूपी में दूसरे दौर के सियासी दंगल के लिए चुनाव प्रचार का शोर आज थम गया. पश्चिमी यूपी की ही 67 सीटों पर मंगलवार को चुनाव होना है. पश्चिम उत्तर प्रदेश के 11 जिलों- सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खीरी, शाहजहांपुर और बदायूं की 67 सीटों के लिए 15 फरवरी को मतदान होना है.


दूसरे चरण में मतदान वाली 67 सीटों में पिछले चुनाव में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी को 34 सीटें मिली थी जबकि दूसरे नम्बर पर रही बसपा को 18, बीजेपी को 10, कांग्रेस को 3 और अन्य को 2 सीटें मिली थी.


पहले चरण की ही तरह दूसरे चरण की तमाम सीटों के लिए बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनाव प्रचार की अगुवाई की और जहां एक ओर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत दर्जन भर मंत्री भी भगवा बिग्रेड की संभावनाएं चमकाने में जुटे रहे तो वहीं कांग्रेस सपा गठबंधन की ओर से राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने धुआंधार प्रचार किया.



बसपा मुखिया मायावती पार्टी के अभियान को लगभग अकेले दम पर आगे बढाने में लगी रही. हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचन्द्र मिश्र और नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने भी हाथी के लिए प्रचार किया.


दूसरे चरण की 67 सीटों के लिए कुल 720 उम्मीदवार मैदान में है जिनमें से सर्वाधिक 22 बिजनौर की बरहपुर और सबसे कम 4 अमरोहा की धनौरा सीट पर किस्मत आजमा रहे है.


इन नेताओं की किस्तम है दांव पर


इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है उसमें सपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां(रामपुर) और पहली बार चुनाव लड रहे उनके पुत्र अब्दुला आजम(स्वार), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जफर अली नकवी के बेटे सैफ अली नकवी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद(तिलहर) और बीजेपी विधान दल(शाहजहांपुर नगर) के नेता सुरेश खन्ना शामिल हैं. दूसरे चरण में कुल 2.28 करोड लोगों को मताधिकार प्राप्त है इनमें से 1.04 करोड महिलाएं हैं.


सुबह की दस बड़ी खबरें देखें फटाफट-