By-Elections:  देश के 14 राज्यों में तीन लोकसभा सीटों और 30 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम समाप्त हो गया. ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है. निर्वाचन आयोग ने कोविड के मद्देनजर उपचुनाव में कई पाबंदियां लगाई हैं.


दो नवंबर को होगी मतगणना


जिन सीटों पर लोकसभा उपचुनाव होंगे उनमें दादरा और नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश की खंडवा सीट शामिल हैं. जिन 30 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से पांच असम में, चार पश्चिम बंगाल में, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय में तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक और राजस्थान में दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम, नगालैंड और तेलंगाना में एक-एक सीट है. इसकी मतगणना दो नवंबर को होगी.


क्यों खाली हुई लोकसभा सीट


बता दें कि तीनों लोकसभा क्षेत्रों में मौजूदा सदस्यों की मृत्यु हो गई थी, इसलिए इन सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है. मार्च में रामस्वरूप शर्मा (बीजेपी) के निधन के बाद मंडी सीट खाली हुई थी. खंडवा संसदीय क्षेत्र के लिए उपचुनाव बीजेपी सदस्य नंद कुमार सिंह चौहान की मृत्यु के कारण कराना पड़ रहा है, जबकि दादरा और नगर हवेली से निर्दलीय लोकसभा सदस्य मोहन देलकर फरवरी में मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए थे.


असम के पांच विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और अन्य दो सीटों पर गठबंधन सहयोगी यूपीपीएल के उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस ने सभी पांचों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि उसकी पूर्व सहयोगी एआईयूडीएफ और बीपीएफ दो और एक सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.


प्रचार के अंतिम दिन नेताओं ने की रैलियां


हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियां कीं. मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्रियों प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अभियान का नेतृत्व किया.


हरियाणा में ऐलनाबाद विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होगा. प्रचार के दौरान तीन केंद्रीय कृषि कानून अन्य सभी मुद्दों पर हावी रहे. तेलंगाना के हुजूराबाद विधानसभा सीट पर 30 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के गेलू श्रीनिवास यादव, बीजेपी के एटाला राजेंद्र और वेंकट बालमूरी (कांग्रेस) के बीच है. भूमि हथियाने के आरोपों में राज्य मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद जून में एटाला राजेंद्र के इस्तीफे के कारण उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी है.


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