नई दिल्ली: देश में 30 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. भारतीयों को कोरोना प्रभावित देशों में ना जाने की सलाह दी गई है. सलाह देने के इस दौर में सोशल मीडिया पर कुछ मैसेज भी वायरल हो रहे हैं. एक होम्योपैथिक दवा नाम और तस्वीर के साथ देश के हर हिस्से में लोगों के वॉट्सऐप तक पहुंच रही है. दावा किया जा रहा है कि कोरोना से बचने के लिए आयुष मंत्रालय की सलाह पर होम्योपैथी दवा बांटी जा रही है.


दावा है कि ये होम्योपैथी दवा कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा कवच बन सकती है. कोरोना वायरस के अटैक से बचा सकती है. दावे के मुताबिक सिर्फ तीन दिन तक इस दवा को लेने के बाद कोरोना वायरस कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. दवा का नाम आर्सेनिक एल्बम- 30 है.


दवा की वायरल हो रही इस तस्वीर के साथ एक मैसेज भी है जिसमें लिखा है कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने सलाह दी है कि आर्सेनक एल्बम 30 का सेवन करें. ये एक होम्योपैथी दवा है जिसे अगर तीन दिन तक लिया जाए तो कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होगा. मैसेज में सबसे नीचे होम्योपैथी डॉक्टर संजय गुप्ता का नाम लिखा है. देश इस वायरल मैसेज और आर्सेनिक एल्बम 30 की हकीकत जानना चाहता है कि क्योंकि इसे आयुष मंत्रालय के हवाले से वायरल किया जा रहा है.


एबीपी न्यूज़ ने इस मैसेज की तहकीकात शुरू की. पहले हम होम्योपैथी डॉक्टर के पास पहुंचे ताकि उनसे पूछ सकें कि इस दवा का क्या असर होता है, ऐसी कोई दवा है या नहीं. दूसरे मोर्चे पर हमने आयुष मंत्रालय से संपर्क किया और पूछा कि क्या आपने आर्सेनिक अल्बम 30 दवा को लेकर कोई एडवाइजरी जारी की है.


तस्वीरें देश के दक्षिण हिस्से में तेलंगाना से आई हैं. यहां होम्योपैथी के फिजीशियन ने हमें बताया कि आर्सेनिक अल्बम 30 सिर्फ कोरोना वायरस के लिए नहीं बल्कि किसी भी तरह के फ्लू के लिए है. ये इम्युनिटी बूस्टर की तरह काम करती है. अस्पताल में हर रोज एक हजार लोगों को ये दवा बांटी जा रही है. यही दवा पिछले महीने से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी बांटी जा रही है. यानि आयुष मंत्रालय ने इस दवा को बांटने की सलाह दी है.


कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आर्सेनिक एल्बम 30 को बांटने की सलाह किस आधार पर दी गई ये जानने के लिए एबीपी न्यूज संवाददाता ने आयुष मंत्रालय के मंत्री श्रीपद नाइक से बात की. श्रीपद नाइक ने साफ किया कि उनकी एडवाइजरी सिर्फ इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए है. आयुष मंत्रालय ने ऐसा कहीं नहीं कहा है कि ये दवा कोरोना वायरस का इलाज है. साथ ही इस दवा को भी डॉक्टर की सलाह पर ही लेने को कहा गया है.


दरअसल, 28 जनवरी को आयुष मंत्रालय में मीटिंग हुई थी जहां यूनानी, होम्योपैथ, आयुर्वेद और नैचुरोपैथी के जानकार मौजूद थे. मीटिंग का मुद्दा होम्योपैथी के जरिए कोरोना वायरस से बचने के उपायों पर विचार करना था. इस मीटिंग में विशेषज्ञों ने आर्सेनिक अलबम 30 के एक डोज को खाली पेट तीन दिन तक लेने के लिए कहा. एक महीने बाद इसे दोहराने की सलाह दी गई अगर कोरोना वायरस फैलने का खतरा टला ना हो. कुल मिलाकर ये दावा कोरोना वायरस के इलाज के लिए नहीं बल्कि इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए है जो किसी भी फ्लू से लड़ने के लिए जरूरी होता है.