जंग के 11वें दिन यूक्रेन पर रूस के हमले जारी हैं. इस बीच यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने 'ऑपरेशन गंगा' के तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 11 विशेष उड़ानों से आज 2,135 भारतीयों की वतन वापसी की है. 22 फरवरी 2022 को विशेष उड़ानें शुरू होने के बाद से अब तक 15,900 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया जा चुका है.
इस बीच जंग के मैदान में एक भारतीय के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. इस भारतीय की कहानी थोड़ी भावुक करने वाली है. दरअसल यूक्रेन में बरसते गोला बारूद के बीच गगन मोगा वॉरजोन तो छोड़ आए हैं, लेकिन यूक्रेन के ही दूसरे शहर में अटक गए हैं. उनके अटकने की वजह है उनका परिवार. गगन की पत्नी यूक्रेन की हैं और वो गर्भवती हैं, लेकिन भारत के निकासी अभियान में सिर्फ भारतीयों की वतन वापसी हो सकती है.
नियम कायदों के बीच फंसे गगन को यूक्रेन के दूसरे शहर लवीव में ही फिलहाल रुकना पड़ा है. भारत का निकासी अभियान ऑपरेशन गंगा अंतिम चरण में हैं. ऐसे में सांसों को बचाने की जद्दोजहद में फंसे गगन परिवार को छोड़कर भारत नहीं लौट सकते. फिलहाल गगन ठीक हैं, और यूक्रेन के लवीव पहुंच गए हैं. गगन के मुताबिक, "काफी मुश्किल से हम निकल पाए. मैं बुच्चा एरिया में था जो रूस और यूक्रेन की आर्मी का फाइटिंग हब था. हमने हर सेकेंड मिसाइल और बमबारी होते देखा."
2 दिन का सफर करके हम यहां पहुंचे है. गगन ने कहा कि मैं भारतीय हूं और मेरी पत्नी यूक्रेन की हैं, यहां से सिर्फ भारतीयों को निकाला जा रहा है और मैं अपने परिवार को छोड़कर नहीं जा सकता. मेरे परिवार में मैं, मेरी पत्नी जो गर्भवती हैं, हमारी एक बच्ची और मेरी सास हैं.
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