नई दिल्ली:  ICMR के DG डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से जानते हैं कि बच्चे वयस्कों की तुलना में वायरल संक्रमण को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं. वयस्कों की तरह बच्चों में भी एंटीबॉडी एक्सपोजर समान है. उन्होंने कहा, “कुछ स्कैंडिनेवियाई देशों ने अपने प्राथमिक स्कूलों को किसी भी COVID काल में बंद नहीं किया.”


डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि अगर भारत इस बारे में विचार करता है तो माध्यमिक विद्यालय खोलने से पहले प्राइमरी स्कूल खोलना बुद्धिमानी होगी. स्कूल बस ड्राइवर, शिक्षक और स्कूल के अन्य कर्मचारियों के सभी सहायक कर्मचारियों को टीका लगाने की जरूरत है.


पंजाब में 26 जुलाई से खुलेंगे स्कूल
पंजाब सरकार ने 26 जुलाई से राज्य में 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए फिर से स्कूल खोलने का फैसला किया है. हालांकि सरकार ने कोरोना के मद्देनज़र इसके लिए कुछ शर्तें निर्धारित की हैं. 


कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के फैसले के मुताबिक जो बच्चे स्कूल आएंगे, उनके अभिभावकों से पहले इसकी मंज़ूरी लेनी होगी. साथ ही आदेश में कहा गया है कि स्कूल के स्टाफ और शिक्षक पूरी तरह से वैक्सिनेटेड (टीके की दोनों डोज़ लगवा चुके हों) होने चाहिए. 


कोविड-19 समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि विद्यालयों को दसवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं के लिए खुलने की अनुमति होगी, लेकिन केवल उन्हीं अध्यापकों एवं कर्मियों को विद्यालय पहुंचने की अनुमति होगी, जिनका पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है. सरकार के अनुसार विद्यालयों में बच्चे अपने अभिभावकों की मर्जी से ही आयेंगे तथा डिजिटल कक्षाओं का विकल्प बना रहेगा.


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