Melanie Joly On S Jaishankar: कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने दोनों देशों और लोगों के आपसी रिश्तों का हवाला देते हुए कहा है कि वह अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के संपर्क में हैं और आगे भी रहेंगी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ता दशकों तक फैला है और दोनों तरफ से लोगों के बीच बहुत मजबूत संबंध हैं.


कनाडाई विदेश मंत्री की यह टिप्पणी भारत की ओर से कनाडा में एक महीने से ज्यादा समय से निलंबित कुछ वीजा सेवाओं को फिर से शुरू करने के करीब एक हफ्ते बाद आई है.


वहीं, जोली ने यह भी कहा कि ओटावा (खालिस्तानी चरमपंथी) हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े आरोपों के बारे में कनाडाई लोगों को सूचित करने के अपने फैसले पर कायम है लेकिन इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा, ''हम विश्वसनीय आरोपों पर कायम हैं... भारत के साथ भी बातचीत जारी है.''


'जब भारत की बात आती है तो...'


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जोली ने सोमवार (30 अक्टूबर) को टोरंटो में इकोनॉमिक क्लब ऑफ कनाडा में बोलते हुए कहा, ''मैं विदेश मंत्री जयशंकर के संपर्क में हूं और हम ऐसा करना जारी रखेंगे.''


एक सवाल के जवाब में जोली ने कहा, ''जब भारत की बात आती है तो हमारा लंबे समय तक चलने वाला दृष्टिकोण है क्योंकि यह एक ऐसा रिश्ता है जो दशकों तक फैला है और हम सभी जानते हैं कि देश (भारत) के साथ हमारे लोगों से लोगों के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं.'' उन्होंने कहा, ''जब इंडो पैसिफिक रणनीति की भी बात आती है तो यह महत्वपूर्ण है कि हम क्षेत्र के कई अलग-अलग देशों के साथ जुड़ें.''


भारत-कनाडा विवाद


बता दें कि पिछले दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनों के देशों के बीच तनाव बढ़ गया था और राजनयिक विवाद गहरा गया था.


निज्जर हत्या 18 जून ब्रिटिश कोलंबिया में हुई थी. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. भारत ने जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को बेतुका करार देते हुए खारिज कर दिया था. कुछ दिनों बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करने को अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की थी और ओटावा से भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने को कहा था.


दोनों विदेश मंत्रियों की सीक्रेट मीटिंग की आई थी खबर


मेलानी जोली ने कथित तौर पर पिछले महीने वाशिंगटन में एस जयशंकर के साथ एक सीक्रेट मीटिंग की थी और बाद में उन्होंने कहा कि जब बातचीत निजी रहती है तो कूटनीति हमेशा बेहतर होती है, इस बात पर जोर देते हुए कि जब भारत की बात आती है तो वह वही दृष्टिकोण अपनाती रहेंगी. माना जा रहा है कि कुछ वीजा सेवाओं को फिर से शुरू करने के भारत के कदम को इस रूप में देखा जा रहा है जो दोनों देशों के बीच तनाव को कम कर सकता है.


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