नई दिल्लीः पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के 2 साल पूरे हो गए हैं. आज ही के दिन दो साल पहले 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. शहीद जवनों को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों ने कैंडल मार्च निकाली. ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान नेता गौरव टिकैत के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाली गई.
कैंडल मार्च में अलग-अलग संगठनों के लोग शामिल हुए. बड़ी संख्या में किसानों के साथ साथ इस कैंडल मार्च में छात्र संगठन भी शामिल हुए. यह कैंडल मार्च धरना स्थल पर ही निकाली गई. इस कैंडल मार्च में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. हाथों में कैंडल और गुलाब लिए पुलवामा आतंकवादी हमले को याद कर वहां मौजूद लोगों ने शहीदों को नमन किया.
इस कैंडल मार्च में मौजूद लोगो ने जवानों के साथ साथ के परिवार वालो को याद किया और जवानों को किसान परिवार से बता कर जवान और किसान एकता की बात भी की. लगातार जय जवान और जय किसान के नारे लगाते हुए, हाथों में शम्मा लिए हुए जवानों की शहादत को याद किया गया.
14 फरवरी का दिन इतिहास में जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के साथ दर्ज है. दो साल बीतें, लेकिन उस घटना के जख्म आज तक हरे हैं, जब आतंकवादियों ने इस दिन को देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमले के लिए चुना.
राज्य के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हुए.
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