Jammu Kashmir News: कश्मीर घाटी में मंगलवार को 3 सिविलियन हत्याओं को लेकर श्रीनगर के लाल चौक में स्थित घंटाघर के करीब स्थानीय संगठनों और कुछ कॉर्पोरेट्स के जरिए कैंडल लाइट प्रोटेस्ट निकाला गया. इस प्रोटेस्ट को 'आखिर कब तक' का नाम दिया गया था और उनके जरिए सवाल पूछा गया कि आखिर कब तक ऐसी हत्याओं पर रोक लगेगी.
इस बीच अमरनाथ वेलफेयर सोसाइटी के श्रीनगर जिले के अध्यक्ष पंडित नन्ना डेम्बी ने कहा, 'आज का प्रदर्शन 3 हत्याओं के खिलाफ है. कब तक हमें इंतजार करना पड़ेगा इन हत्याओं पर रोक लगने के लिए? हिन्दू, मुस्लिम और सिख भाईचारा शुरू से यहां था और आगे भी भाईचारे के साथ रहना चाहते हैं.' नन्ना डेम्बी ने कहा कि अब कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है.
उन्होंने सवाल पुछा कि यह कश्मीर घाटी उनकी जन्म भूमि नहीं है क्या? नन्ना ने कहा कि यह हमारी जन्मभूमि है. हम पैदा भी यहां हुए हैं और यहीं मरना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि आतंकियों को यहां अमन खटकता है. इसलिए ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस बीच एसएमसी के एक कॉर्पोरेटर आकिब रेंजू ने कहा कि आखिर कब तक नाम की यह मुहीम कुछ महीने पहले निहत्थे लोगों की हत्याओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए शुरू की गई थी. उन्होंने कहा कि एमएल बिंद्रू को मारा गया, सूमो ड्राइवर और गोलगप्पे वाले को मारा गया, आखिर उनकी क्या गलती थी?
आकिब ने कहा कि हम हर वक्त ऐसी हत्याओं के पीछे आवाज उठाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसी घटनाओं को अंजाम देता है क्योंकि वो नहीं चाहता कि यहां अमन हो. गौरतलब है कि इस बीच एक अन्य महिला कॉर्पोरेटर ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने को आजादी और जिहाद नहीं कहते. उन्होंने कहा कि हम सब भाईचारे में रहते हैं और आगे भी रहना चाहते हैं. बता दें कि इस दौरान उनके जरिए मोमबत्तियां जलाकर मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई के नारे को भी बुलंद किया गया.
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