(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कैप्टन पर भारी रहे सिद्धू, कांग्रेस आलाकमान ने सीएम अमरिंदर को वादे पूरे करने को कहा
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि आने वाले समय में नवजोत सिंह सिद्धू को भी एक बार दिल्ली बुलाया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि पंजाब सरकार ने 95 फीसदी वादे पूरे कर दिए हैं और बचे हुए वादे तय समयसीमा के भीतर पूरे करने के लिए कहा गया है.
नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस की कलह का समाधान निकालने में जुटे कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को गुरुग्रंथ साहिब बेअदबी समेत कुल 18 मुद्दों पर तय समय सीमा में परिणाम देने को कहा है. पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने इसकी जानकारी देते हुए बड़ा एलान किया कि कैप्टन सरकार आलाकमान के निर्देश पर पंजाब में 200 यूनिट बिजली मुफ्त करने जा रही है.
रावत ने 2022 में चेहरे का सवाल टाल दिया. वहीं यह भी कहा कि आने वाले दिनों में नवजोत सिंह सिद्धू को भी एक बार फिर दिल्ली बुलाया जाएगा. कुल मिलाकर साफ है कि अब तक कि लड़ाई में सिद्धू कैप्टन पर भारी पड़े हैं. ना केवल दो बार कैप्टन की दिल्ली में दो बार पेशी हो गई बल्कि जिन मुद्दों पर सिद्धू लगातार सीएम कैप्टन को घेर रहे थे उनपर काम करने का निर्देश आलाकमान ने मुख्यमंत्री को दे दिया है.
दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने जहां एक तरफ यह दावा किया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने 95 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए. वहीं यह भी कहा कि बचे हुए वादों को समयसीमा के भीतर पूरा करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा गया है. रावत ने कहा कि गुरुग्रंथ साहिब बेअदबी के मामले में यथासभंव जनभावनाओं और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. हरीश रावत ने कहा कि ड्रग्स से लेकर खनन तक ठोस कदम उठाए जाएंगे.
बड़ा एलान करते हुए रावत ने कहा कि ही सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 200 यूनिट बिजली मुफ्त में दिया जाएगा और दलितों की कर्जमाफी की जाएगी. उन्होंने कहा कि कुल 18 मुद्दों पर पार्टी ने कैप्टन को निर्देश दिए हैं और कैप्टन खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर जानकारी देंगे.
2022 में मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कहा कि समय आने पर इस पर चर्चा करेंगे. पंजाब की कांग्रेस सरकार और संगठन में होने वाले बदलावों को लेकर रावत ने कहा कि जुलाई के पहले हफ्ते तक सबकुछ तय हो जाएगा. रावत ने यह जानकारी भी दी कि जिन विधायकों के बेटों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का एलान हुआ था उन्होंने खुद इसके लिए मना कर दिया है.
पंजाब कांग्रेस का झगड़ा खत्म करने के लिए सोनिया गांधी द्वारा बनाई गई खड़गे कमिटी के सामने कल दूसरी बार पेश होने के बाद बिना कुछ बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार सुबह चंडीगढ़ वापस लौट गए. अमरिंदर तीन दिनों तक दिल्ली में रहे लेकिन आलाकमान से उनकी मुलाकात नहीं हुई.
दूसरी तरफ राहुल गांधी लगातार तीसरे दिन पंजाब के पार्टी नेताओं से मिलते रहे. बुधवार को राहुल प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, मंत्री मनप्रीत बादल, राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा आदि नेताओं से मिले. प्रभारी हरीश रावत ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने बड़ा एलान किया. हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि सिद्धू को क्या पद मिलेगा?