नई दिल्ली: जेएनयू एक बार फिर विवादों में है. इस बार जेएनयू में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए हुई सभा विवादों की वजह बनी है. आरोप है कि सभा के बाद वामपंथियों ने आयोजन कराने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर की गाड़ी का शीशा फोड़ दिया. वहीं वामपंथी इसे आरएसएस का प्रचार बता रहे हैं.


जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में असिस्टेंड प्रोफेसर बुद्ध सिंह का आरोप है कि शीशा, शहीद हुए जवानों के लिए जेएनयू में शोकसभा के आयोजन की वजह से फोड़ा गया है. इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है. लेकिन घटना के बाद राजनीति तेज हो गई है. एबीवीपी और वामपंथी इस मामले में आमने-सामने हैं.


 


सिर्फ कैंपस में ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी ये लड़ाई खुलकर हो रही है. जेएनयू पिछले साल फरवरी में विवाद में आया था. तब भारतीय संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के समर्थन में कार्यक्रम हुआ और जिसमें देश विरोधी नारे लगे थे.


इस मामले में कन्हैया कुमार और साथियों पर देशद्रोह का मुकदमा तक दर्ज हुआ था. इसी के बाद से जेएनयू कैंपस में लगातार विरोध-प्रदर्शन और हंगामे का माहौल बना हुआ है.