जम्मू: जम्मू के नगरोटा में बन रहे रिंग रोड के दायरे में मकान आने के बाद उसे खाली करने की अवधि से पहले ही गिरा दिया गया जिसके चलते रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर ने आत्महत्या कर ली. जिसके बाद अब जम्मू की एक अदालत ने इलाके के तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार और एसएचओ पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही अदालत ने जम्मू के एसएसपी को मामले की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं.
पुलिस से रिटायर्ड हुए सब इंस्पेक्टर की आत्महत्या के मामले की सुनवाई बिश्नाह के मुंसिफ जज ने सुनवाई के दौरान उन्हें जम्मू के एसएसपी को जम्मू साउथ के तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार और एसएचओ के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए. मामला 13 जुलाई का है जब पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी दल बल के साथ रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हरबंस लाल के घर पहुंचे थे और उनके सामने ही उनका मकान ढहा दिया. इस घटना से आहत हरबंस लाल ने खुदकुशी कर ली.
हालांकि, प्रशासन ने 13 जुलाई को आदेश जारी कर हरबंस लाल को मकान को खाली करने के आदेश दिया था और इसके लिए उन्हें 5 दिन का समय दिया गया था. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि आदेश जारी होने के 2 घंटे के बाद ही पुलिस वहां पहुंच गई. मकान को ढहा दिया और हरबंस लाल से गाली गलोच भी की जिससे उनके आत्म सम्मान को ठेस पहुंचा और उन्होंने आत्महत्या की. याचिका में कहा गया कि हरबंस लाल को खुदखुशी के लिए मजबूर किया गया यह मामला अपराध की श्रेणी में आता है.
यह भी पढ़ें.
जेडीयू में शामिल हुए लालू यादव के समधी चंद्रिका राय, ये नेता भी नीतीश के साथ आए