नई दिल्लीः एबीपी न्यूज की खबर का बड़ा असर हुआ है. आज सुबह 8.30 बजे सच्चाई का सेंसेक्स में दिखाया गया था कि इंदौर में हेल्थ स्टाफ पर लोगों ने हमला किया था. वायरल वीडियो की पड़ताल भी की गई और आपको इसके सच के बारे में बताया गया था. अब बड़ी खबर आई है कि हेल्थ स्टाफ पर हमले को लेकर केस दर्ज हो गया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.


क्या है वायरल वीडियो में 
सोशल मीडिया में एक वीडियो बहुत चर्चा में है जिसमें संकरी सी गली में दो लोग नीले रंग का कोरोना रक्षक कवर पहने हुए नजर आए और उनके पीछे एक बड़ी भीड़ दौड़ रही है जिसमें महिलाएं बुजुर्ग और जवान शामिल हैं. गली संकरी है और भीड़ बेहद आक्रामक और हमलावर नजर आ रही है. इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग एक संप्रदाय विशेष पर टिप्पणी कर रहे हैं. सोशल मीडिया में दावा हो रहा है कि कोरोना के उपचार में लगे स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों का असली चेहरा पहचान लो.


हमले के इस वायरल वीडियो को शेयर कर लोग कह रहे थे कि कोरोना जांच टीम पर हमला किया गया है और वीडियो में लोगों को कपड़ों से पहचान कर भी कई तरह की टिप्पणी कर रहे हैं.





कई अलग वीडियो भी वायरल 
वायरल वीडियो में 2 से तीन स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से बचाने वाला सूट पहनकर एक गली में जाते हुए दिखाई देते हैं. इसी वीडियो में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ डंडा लिए पुलिस भी दिखती है. इस वीडियो में टीम का समाना आगे से चलकर आ रही भीड़ से होता है. इस वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि स्वास्थ्यकर्मी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे.


अन्य वीडियो की पड़ताल
दूसरे वीडियो में इलाके के लोग पुलिस से उलझते हुई दिखाई देते हैं. पुलिस से बहस करते हुए सुनाई पड़ता है. एक महिला धमकी देती हुई भी सुनाई दे रही है.


वीडियो की पड़ताल में हमें एक जगह लोगों की जमा भीड़ भी दिखी जो जांच टीम के लिए अड़चन पैदा कर रहे थे बैरिकेटिंग कर टीम को रोकोने की कोशिश करते हुए दिखाई पड़े. वीडियो से साफ होता है कि लोगों ने स्वास्थ्य टीम पर हमला किया. स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पुलिस भी थी. लोग पुलिस से भी उलझ पड़े और कोरोना की जांच के लिए तैयार नहीं थे.


जब इस वीडियो की पड़ताल को आगे बढ़ाया गया तो हमारी मुलाकात उन महिला डॉक्टर से हुई जो इस स्वास्थ्य टीम का हिस्सा थीं. उन्होंने साफ तौर पर बताया कि कब-कहां और क्यों हमला हुआ.


पुलिस से की गई बात
दावा किया गया कि इस हमले के बाद बड़ी संख्या में पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा और तब जाकर मामला शांत हुआ. इस बात की सच्चाई के लिए इंदौर के एडिशनल एसपी राजेश व्यास से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो की पड़ताल में हमें जो वीडियो मिले और जो तस्वीरें सामने आईं, वहीं इसके साथ जो बयान हमने सुना उससे साफ होता है कि इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस के साथ कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए पहुंची थी जिसका विरोध इलाके के लोगों ने किया. लोगों ने जांच करवाने से इनकार किया और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला किया. एबीपी न्यूज की पड़ताल में भी दावा सच साबित होता है.








इंटरनेट पर फैल रहे ऐसे दावों और अफवाहों का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर सुबह 8.30 बजे सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.