लखनऊ: सीएए और एनआरसी को लेकर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन जारी है. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों और सोशल मीडिया टिप्पणी करने वालों पर केस दर्ज करना शुरू कर दिया है. इसमें शायर मुनव्वर राना की दो बेटियों समेत डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की गई है. ठाकुरगंज थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर की गई है. जिसमें रास्ता जाम कर प्रदर्शन करने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर कई आपत्तिजनक पोस्ट वायरल करने का आरोप है.


मुनव्वर राणा की बेटियों पर केस दर्ज


ठाकुरगंज थाने में सुमैया राना, फैजिया राना, रुखसाना, शफी फातिहा समेत दस अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. समैया राना और फैजिया राना मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटियां हैं. ठाकुरगंज में तैनात महिला कांस्टेबल ज्योति कुमार की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है. वहीं इन दोनों के समेत करीब 125 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया हैं.


सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन


सीएए और एनआरसी के विरोध में राजधानी में शुक्रवार दिन दोपहर से घंटाघर पर सैंकड़ों लोग जुटे. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए. इस दौरान सीएए और एनआरसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों की वीडियो और फोटो खींचकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर डालकर लखनऊ पुलिस के खिलाफ अभियान चला दिया.


सोशल मीडिया पर डाली आपत्तिजनक पोस्ट


प्रदर्शनकारियों के पक्ष में लगातार टिप्पणी करने वालों ने ऐसी पोस्ट पर कई आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी पोस्ट कर डाली. इसे देखते हुए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के निर्देश पर रविवार को एडीसीपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने ठाकुरगंज, चौक, वजीरगंज, बाजारखाला, हसनगंज, तालकटोरा थाने में 112 लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया पर समाज में विभेद डालने वाले टिप्पणी पोस्ट करने का मुकदमा दर्ज कराया.


इलाके में लगी थी धारा 144 


गौरतलब है कि शनिवार रात को डिफेंस एक्सपो, गणतंत्र दिवस और अन्य विशेष समारोहों को देखते हुए राजधानी के कमिश्नरी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई थी. पुलिस के मुताबिक ऐसे में घंटाघर पर चल रहा प्रदर्शन पूरी तरह से असंवैधानिक है. पुलिस द्वारा लोगों को प्रदर्शन खत्म करने की अपील की गई, लेकिन प्रदर्शनकारी प्रशासन की बात नहीं सुनी.


वहीं रविवार को ठाकुरगंज में धारा 144 का उल्लंघन करने का मुकदमा भी दर्ज कराया जा चुका है. सोमवार को ठाकुरगंज थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर और दर्ज की गई हैं. अज्ञात प्रदर्शनकारियों के नाम और पते की जानकारी के साथ उन्हें चिह्नित कर उनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की जा रही है.


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