नई दिल्ली: देश के दस से ज्यादा राज्य नकदी संकट का झेल रहे हैं. आज अक्षय तृतीया का त्योहार है, इस मौके पर लोग सोने की खरीदारी करते हैं. लेकिन नकदी ना होने से सोने के कारोबार पर असर पड़ने की संभावना है. वहीं दूसरी ओर शादियों का सीजन शुरू हो रहा है, पैसा हाथ में ना होने से शादी वाले घरों में भी परेशानी है. 18 महीने पहले नोटबंदी की वजह से एटीएम पर लाइन लग रही थी. अब कैश की कमी ने लोगों को एटीएम पर लाइन लगाने को मजबूर कर दिया है.


क्यों नहीं मिल पा रहा है कैश?
लगातार बढ़ते बढ़ते एनपीए यानी डूबते कर्ज से बैंकों की साख को झटका लगा है. इसके अलावा बाजार में उतारे गए 30 फीसदी से ज्यादा 2000 हजार के नोट बैंक में वापस नहीं आए. नोटबंदी के बाद नए एटीएम नहीं खुले बल्कि कुछ बंद हो गए.


डिजिटल पेमेंट को लेकर लोगों में उत्साह में कमी नजर आ रही है, लोग अभी भी नकद में सौदा करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. आने वाले समय में कई राज्यों में चुनाव हैं और आशंका है नोटों की जमाखोरी हो रही है.


कब दूर होगी कैश की किल्लत?
सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि एक-दो दिन में स्थिति सुधर जाएगी. रिजर्व बैंक ने भी नोटों की छपाई बढ़ा दी है. मध्य प्रदेश के देवास में नोट प्रिंटिंग प्रेस में तीन शिफ्ट में काम होगा. एक महीने में 75 हजार करोड़ रुपये की छपाई होगी. एटीएम में भी नए नोटों के हिसाब से बदलाव किए जा रहे हैं.


कैश की किल्लत पर वित्त मंत्री ने क्या कहा?
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कैश की किल्लत पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ''पूरे देश में पर्याप्त करंसी सर्कुलेशन में है. बैंकों में भी पर्याप्त मात्रा में नकदी है. ये अस्थाई कमी है जो कुछ इलाकों में अचानक मांग बढ़ने से बनी है. इसे बहुत जल्द दूर कर लिया जाएगा.''


आरबीआई ने कहा: देश में कैश की कोई कमी नहीं
देश के कई हिस्सों में ATMs और बैंकों में कैश की कमी पर रिजर्व बैंक ने बयान जारी किया है. आरबीआई ने कहा है, ''मीडिया में ये रिपोर्ट चल रही है कि देश के कुछ हिस्सों में करेंसी की कमी है. हम ये साफ करना चाहते हैं आरबीआई के वॉल्ट्स और करंसी चेस्ट्स में पर्याप्त कैश मौजूद है. देश में कैश की कोई कमी नहीं है."


रिजर्व बैंक ने आगे कहा, ''इन सबके बीच नोटों को छापने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है. कुछ हिस्सों में ATM में कैश पहुंचाने में कुछ समय लग सकता है. कई ATM मशीनों में नए नोटों के लिए रीकैलिब्रेशन की प्रक्रिया अभी भी जारी है. फिर भी सावधानी बरतते हुए हम ऐसे इलाकों में कैश की सप्लाई तेज करेंगे जहां अचानक कैश की मांग बढ़ गई है.''


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