मुंबई: एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चलन से बाहर किये गये नोटों का केवल आधा हिस्सा ही 30 दिसंबर के अंत की समय सीमा तक वित्तीय प्रणाली में वापस आने की संभावना है तथा कैश का संकट केवल फरवरी के अंत तक ही सामान्य हो सकता है.


एसबीआई के एक शोध में कहा गया है है कि मौजूदा नोट छपाई के स्तर को देखते हुए जनवरी और दिसंबर के अंत तक क्रमश: करीब 50 प्रतिशत और 75 प्रतिशत नोट ही वित्तीय प्रणाली में वापस लौटेंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी के अंत तक महत्तम करेंसी वितरण की बेहतर स्थिति में भी वित्तीय प्रणाली में 78 से 88 प्रतिशत नोट चलन में आयेंगे.


रिपोर्ट में इस बात को भी कहा गया है कि कैश की समस्या अगले साल फरवरी महीने के अंत तक ही समाप्त होने की संभावना है.