Cash For Query Case: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता जा सकती है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में पहले भी संसद सदस्यों को अपनी सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा है. कल महुआ जी एथिक्स कमेटी के सामने पेशी है और उनको विश्वास है कि कमिटी उचित फैसला करेगी. संसद के नियम कानून सबके लिए एक हैं. 


निशिकांत दुबे ने आगे कहा, उनके मोबाइल की हैकिंग करने के आरोपों वाला पूरा मामला टाय-टाय फिस्स हो गया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'संसद के अपने कानून हैं. मैंने अपनी शिकायत आचार समिति को दिया. एथिक्स कमेटी में मेरी गवाही हो चुकी है, महुआ मोइत्रा कल कमेटी के सामने पेश होंगी. इसलिए मेरे लिए 2 नवंबर के बाद बोलना बेहतर होगा.'






सिर्फ भ्रष्टाचार का ही नहीं राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला
निशिकांत दुबे ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि मेरे आरोपों पर सुनवाई होगी, मेरा जो महुआ जी के खिलाफ आरोप है कि क्या उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है या नहीं किया है? महुआ जी ने भ्रष्टाचार किया कि नहीं किया. ये बहुत ही संगीन मामला है क्योंकि यहां मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का है.'


टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा रिश्वत लेकर सवाल पूछने के मामले में दो नवंबर को लोकसभा आचार समिति के सामने पेश होंगी. इस दौरान उन्होंने इच्छा जताई है कि उनको अपने खिलाफ लगे आरोपों पर व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से जिरह करने की इच्छा भी व्यक्त की. मोइत्रा ने अपने पहले से तय कार्यक्रमों को हवाला देते हुए समिति के प्रमुख विनोद कुमार सोनकर से 5 नवंबर के बाद समिति की बैठक बलाने का आग्रह किया था, लेकिन समिति ने दो नवंबर से आगे की तारीख बढ़ाने से इनकार कर दिया था.