Cash For Query Row: सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर लोकपाल की भेजी गई शिकायत की जांच के संबंध में वकील जय अनंत देहाद्राई को पेश होने को कहा है. जय अनंत देहाद्राई को गुरुवार (25 जनवरी) को दोपहर दो बजे बुलाया गया है 


अधिकारियों ने मंगलवार (23 जनवरी) को बताया कि टीएमसी की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्राई ने उन (महुआ मोइत्रा) पर गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि महुआ ने इन आरोपों का खंडन किया था.


दरअसल, सीबीआई ने लोकपाल से शिकायत मिलने के बाद मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू की है.


महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित क्यों किया गया था?
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने इन आरोपों का लेकर महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराते हुए लोकपाल से संपर्क किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले में रिश्वत ली है. 


मोइत्रा को कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और रिश्वत लेने के मामले में पिछले महीने लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. लोकसभा ने अपनी आचार समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करने के बाद मोइत्रा को सदन से निष्कासित कर दिया था.


मोइत्रा ने अपने निष्कासन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ऐसा मुझे चुप कराने के लिए किया जा रहा है, लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं. सवाल करना जारी रखूंगी. ऐसा करके मुझे चुप नहीं कराया जा सकता. 


वहीं मामले में दर्शन हीरानंदानी ने एफिडेविट के जरिए दावा किया था कि महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए अडानी ग्रुप मामले में संसद में सवाल किए हैं. 


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